तीजा मानाने मायके नहीं गईं इस गांव की महिलाएं, अवैध शराब के विरोध का अनोखा तरीका
तीजा मानाने मायके नहीं गईं इस गांव की महिलाएं, अवैध शराब के विरोध का अनोखा तरीका

महासमुंद। जिले के ग्राम डूमरपाली की भारत माता वाहिनी दल की महिलाओं ने गांव मे बिक रही अवैध शराब से परेशान होकर इस बार तीजा मे मायके नही जाने का फैसला किया। महिलाओं ने आरोप लगाया है कि यहां अवैध शराब पर कार्यवाही नही की जा रही है, वहीं पुलिस प्रशासन का कहना है कि शिकायत पर कार्यवाही की जाती है। इसकी जानकारी मिलने पर भाजपा सांसद सरोज पांडे और चुन्नी लाल साहू ने गांव में पहुंचकर इन महिलाओं को सम्मानित करते हुए उन्हें तीजा का उपहार भेंट किया।

महासमुंद जिले के खल्लारी थाना के ग्राम डूमरपाली की जनसंख्या लगभग दो हजार है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति बाहुल्य इस गाॅव मे भारत माता वाहिनी दल का गठन तीन साल पहले किया गया था, जिसमे 20 महिलाये शामिल है। इस दल की महिलाये अवैध शराब बिक्री की शिकायत इलाके के थानें मे तभी से करती आ रही हैं, मगर कार्यवाही नहीं होने से क्षुब्ध इन महिलाओं ने विरोधस्वरूप इस बार तीजा पर्व पर मायके नही जाने का निर्णय लिया। भारत माता वाहिनी दल की सदस्यो लक्ष्मी देवांगन और फूल बाई ने आरोप लगाया कि गांव मे अवैध शराब धडल्ले से बिक रहा है और पुलिस तथा आबकारी विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है।

 

इस पूरे मामले मे जहां गांव के सरपंच नंद कुमार निषाद का कहना है कि हमारे गांव मे नही, बल्कि आसपास के गांव मे शराब बिकती है , वही एएसपी महासमुंद मेघा टेम्भूकर का कहना है कि पुलिस द्वारा अवैध शराब बिक्री की शिकायत पर समय-समय पर कार्यवाही की जाती रही है ।

खबर मिली तो गांव पहुंचे भाजपा के सांसद

अवैध शराब के विरोध में तीजा मानाने के लिए महिलाओं के मायके नहीं जाने की खबर मिलने पर भाजपा सांसद सरोज पांडे के साथ सांसद चुन्नीलाल साहू, भाजपा जिला अध्यक्ष रूप कुमारी चौधरी, पूर्व विधायक विमल चोपड़ा और अन्य भाजपा नेता ग्राम डूमरपाली पहुंचे। यहां इन्होंने भारत माता वाहिनी से जुडी महिलाओं को सम्मानित किया और उन्हें तीजा के रश्म के तौर पर साड़ियां भेंट में दी।

अपना वादा निभाए कांग्रेस की सरकार

इस मौके पर सांसद सरोज पण्डे ने मिडिया से चर्चा में कहा कि शराब के विरोध में महिलाओं का मायके नहीं जाने का फैसला बहुत बड़ी बात है। इसकी जानकारी मिलने पर वे इस गांव में आये और तीजा का उपहार इन महिलाओं को दिया। सरोज पांडे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का वादा किया था जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया है। सरकार को अपनी इस घोषणा पर अमल जल्द से जल्द करना चाहिए।

रमन की सरकार ने शुरू किया था शराब बेचना

गौरतलब है कि पूर्व की भाजपा की डॉ रमन सिंह की सरकार ने ही ठेके की बजाय सरकार द्वारा शराब की बिक्री किये जाने का फैसला किया था। वहीं दूसरी ओर गांवों में शराबबंदी का अभियान चलाने के लिए भाजपा द्वारा ही भारत माता वाहिनियों का गठन किया गया था। प्रदेश के अनेक गांवों में वाहिनी की महिलाओं ने बढ़चढ़ कर शराबबंदी अभियान चलाया और उन्हें सफलता भी मिली, मगर यह भी सच है कि अवैध शराब के खिलाफ छेड़े गए इनके अभियान को कई इलाकों में पुलिस और आबकारी के असहयोग और गांव के नशे के शौकीन मर्दों के विरोध के चलते उल्लेखनीय सफलता नहीं मिली। देखना यह है कि गांव की इन महिलाओं के इस अनोखे विरोध का सम्बंधित विभागों के जिम्मेदार अधिकारियों पर कितना असर पड़ता है।

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