रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने टूलकिट मामले में आरएसएस और भाजपा पर तीखा हमला बोला है. मोहन मरकाम ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आरएसएस और भाजपा के लोग कांग्रेस की कोविड टूलकिट के नाम पर किस तरह देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है, यह पूरी तरह से बेनकाब हो चुका है।

आरएसएस- भाजपा की साजिश को ट्वीटर समेत विभिन्न स्वतंत्र मीडिया मंचों ने अपने रिसर्च के जरिये ही उजागर कर दिया है। टीम भारत नाम के ट्वीटर हैण्डल से दो ट्वीट किये गये। एक में कांग्रेस के सेन्ट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से जुड़े 4 पन्ने थे। दूसरे ट्वीट में कोविड-19 टूलकिट के नाम से कूटरचित कंटेंट शेयर किया।

दस्तावेज कूटरचित फर्जी

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के संबित पात्रा, जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी, रमन सिंह जैसे लोग कांग्रेस की कोविड टूलकिट के जिस ट्वीट को शेयर कर रहे हैं, उसके दस्तावेज कूटरचित फर्जी है। कांग्रेस ने तत्काल इस संघी भाजपाई साजिश के खिलाफ हल्ला बोला, इसका खंडन किया देश भर में इस साजिश के विरूद्ध एफआईआर करवाई।

मोहन मरकाम ने कहा कि कांग्रेस ने जैसे ही इस भाजपाई साजिश का पर्दाफाश किया और इस बात को उजागर किया कि कांग्रेस के फर्जी लेटरपैड पर कूटरचित कंटेंट भाजपा के लोग फैला रहे है वैसे ही देश और दुनिया के स्वतंत्र मीडिया मंचों ने इसकी निष्पक्ष पड़ताल शुरू कर दी थी।

तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत की गयी सामग्री

सबसे पहले तो ट्वीटर ने ही अपनी जांच में इस साजिश को सही पाया और यह पाया कि ट्वीटर पर संबित पात्रा, जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी और रमन सिंह समेत अन्य भाजपाई जो कंटेंट शेयर कर रहे है वह कूटरचित है, तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत की गयी सामग्री है।

मूल डॉक्युमेंट के बिना भाजपा का दावा झूठा साबित

मोहन मरकाम ने कहा कि ऑल्ट न्यूज ने अपनी गहन पड़ताल के निष्कर्ष में कहा है- ‘‘ऑल्ट न्यूज की इस विस्तृत जांच में सामने आया कि कथित टूलकिट के एआईसीसी रिसर्च डिपार्ट्मेन्ट के लेटरहेड में बदलाव किये गए हैं जिससे इसकी प्रामाणिकता पर सवाल उठ रहे हैं। डॉक्युमेंट के कॉन्टेंट की जांच में सामने आया कि ये उन चीज़ों की बात करता है जो भविष्य में की जाएगी लेकिन ऐसी घटनाएं पहले ही हो चुकी हैं. भाजपा ने सिर्फ़ टूलकिट के स्क्रीनशॉट्स शेयर किये हैं. लेकिन अब तक उन्होंने मूल डॉक्यूमेंट-PDF या माइक्रोसॉफ़्टवर्ड वर्ज़न नहीं दिखाया है. मूल डॉक्युमेंट के बिना भाजपा का दावा झूठा साबित होता है, खासकर तब, जब ‘टूलकिट’ एआईसीसी के रिसर्च विंग के मूल लेटरहेड का इस्तेमाल कर बनाया गया हो।’’

बीबीसी ने अपनी पूरी पड़ताल और विभिन्न पक्षों की राय जानने के बाद कहा- ‘‘ऐसे में बीजेपी ने कोविड-19 मिसमैनेजमेंट को लेकर जो डाक्यूमेंट सोशल मीडिया पर शेयर किया है वो कई स्तर पर फर्जी साबित होता है।’’

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