चिप्स का सर्वर डाउन होने के पीछे साजिश की आशंका मामले में अब त​क बचे हुए हैं अफसर

रायपुर। छत्तीसगढ़ इन्फोटेक एंड बायोटेक प्रमोशन सोसायटी ‘चिप्प’के सर्वर डाउन होने से छत्तीसगढ़ व्यापमं की पीईटी और पीपीएचटी परीक्षा के रद्द होने के पीछे साजिश की आशंका की जांच के लिए बैठाई गई जांच पूरी होने बाद भी इसके नतीजे सामने नहीं आ पाए हैं। आपको याद दिला दें कि तब परीक्षा स्थगित होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर खेद व्यक्त किया था।

सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा था कि.. ‘इससे बच्चों को होने वाली परेशानी का एहसास मुझे है। इसके लिए जवाब तलब किया गया है। सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसा न हो।’ मगर जांच पूरी होने बाद भी इसके नतीजे सामने नहीं आ पाए हैं।

इस वजह से साजिश की आशंका

आपको बता दें कि व्यापमं के अलावा इस गड़बड़ी की वजह से डिजिटल सेक्रेटरिएट और सरकार के आधिकारिक मेल के सर्वर ने भी काम करना बंद कर दिया था, लेकिन फिर भी इसकी सूचना ऊपर के अधिकारियों को नहीं दी गई। सर्वर में खराबी की सूचना उच्चाधिकारियों को देने में व्यापमं और चिप्स को तकऱीबन 24 घंटे से ज्यादा का वक्त लग गया। ज​बकि चिप्स के सर्वर में खराबी 30 अप्रैल को शाम 4 बजे ही आ गई थी।

8 अफसरों को जारी की गई थी नोटिस

चिप्स के सर्वर में 30 अप्रैल को आई खराबी के मामले में राज्य शासन ने व्यापमं अध्यक्ष उमा देवी, सलाहकार प्रदीप चौबे, चिप्स के सीईओ देव सेनापति, एडिशनल सीईओ परियल समेत 8 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

ये है पूरा मामला

प्री इंजीनियरिंग टेस्ट (पीईटी) और प्री फार्मेसी टेस्ट (पीपीएचटी) की 2 मई को होने वाली परीक्षा कुछ घंटे पहले निरस्त कर दी गई है। व्यापमं ने प्रवेशपत्र नहीं निकलने की वजह से परीक्षा रद्द करने की घोषणा की। जिसके बाद मुख्यमंत्री द्वारा मामले की जांच कराने के निर्देश पर 8 अफसरों को नोटिस जारी किया गया था।

चिप्स अफसरों ने बताया था ये कारण

सर्वर डाउन होने के मामले में चिप्स के अधिकारियों सफाई दी थी कि बेहद गर्मी और एयरकंडीशन में आई खराबी की वजह से डेटा बेस खराब हो गया था। जिसकी वजह से छात्र प्रवेश पत्र डाउनलोड नहीं कर पाए लेकिन सरकार इस दावे को नहीं माना और जांच के आदेश दिए थे।

आपको याद दिला दें कि जांच प्रक्रिया में शासन द्वारा उच्च तकनीकी विशेषज्ञों की भी मदद लिए जाने का निर्णय लिया था। वहीं इस मामले में जांच अधिकारी और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी का कहना है कि हमारी ओर से जांच प्रक्रिया पूरी हो गई है। कार्यवाही के लिए फाइल मुख्य सचिव कार्यालय को अग्रेषित की गई है।

हमारी ओर से जांच प्रक्रिया पूरी हो गई है। कार्यवाही के लिए फाइल मुख्य सचिव कार्यालय को अग्रेषित की गई है।

गौरव द्विवेदी
प्रमुख सचिव,इलेक्ट्रानिक एवं सूचना
प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़।

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