रायपुर/नई दिल्ली। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन से अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में जीरो इयर घोषित ना किए जाने पर चर्चा की। चर्चा के दौरान उन्होंने अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज की स्थिति से अवगत कराया। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज में कमियां बताते हुए आगामी सत्र के लिए वहां जीरो इयर घोषित कर दिया है।

मुलाकात के दौरान टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के मानकों के अनुरूप सुविधाएं मौजूद हैं। ऐसे में अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में जीरो इयर घोषित न किया जाए। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज को बेहतर अधोसंरचना और सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में डाक्टरों की संख्या कम है। छत्तीसगढ़ शासन डाक्टरों की संख्या बढ़ाने और स्वास्थ्य सुविधाओं को और भी बेहतर करने के तत्पर है। ऐसे में जीरो इयर घोषित होने से सरकार की कोशिशों को धक्का लगेगा। इसी के साथ प्रदेश के प्रतिभावान युवा चिकित्सा शिक्षा से वंचित होंगे। आपको बता दें कि उल्लेखनीय है कि अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 100 सीटें हैं।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने श्री सिंहदेव को भरोसा दिलाया है कि भारत सरकार उनकी मांग पर गंभीरतापूर्वक विचार करेगी। छात्रों के भविष्य को देखते हुए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की आपत्तियों और कॉलेज में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर पुनर्विचार करेगी। ताकि अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में जीरो ईयर घोषित न हो।