जशपुर। भाजपा के पूर्व विधायक जगेश्वर राम भगत के बेटे से चैंबर की सफाई कराने वाली डॉक्टर केरकेट्टा को बुधवार को सस्पेंड कर दिया गया। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के आदेश पर ये कार्रवाई की गई। स्वास्थ्य मंत्री ने टीआरपी को भरोसा दिया था कि उन्होंने कलेक्टर से इसकी जांच कराकर उचित कार्रवाई करने के लिए कह दिया है। हमारी खबर का असर हुआ और डॉक्टर केरकेट्टा को सिविल सर्जन ने निलंबित कर दिया।


सिविल सर्जन के शोकॉज का नहीं दिया जवाब:

सिविल सर्जन ने चिकित्सा अधिकारी डॉ करकेट्टा को शोकॉज नोटिस देकर स्पस्टीकरण मांगा था, परन्तु डॉ करकेट्टा ने कोई भी स्पस्टीकरण प्रस्तुत नहीं दिया । इसके बाद जशपुर कलेक्टर की अनुसंशा पर स्वस्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया। निलम्बन अवधि में डॉ करकेट्टा का मुख्यालय कार्यालय संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं, संभाग सरगुजा निर्धारित किया गया है। निलम्बन अवधि के दौरान उन्हें जीवन निर्वहन भत्ते की पात्रता होगी।

क्या था पूरा मामला:

गंगाराम भगत ने बताया कि उनके 6 साल के बेटे को लगातार उल्टियां हो रही थी और आज वह अपने बेटे का ईलाज कराने बेटे को लेकर जिला अस्पताल आये थे। यहां आकर वह किसी डॉटर केरकेट्टा मैडम के पास गया । मैडम ने बच्चे की जांच की और जांच करने के बाद बच्चे ने उल्टियां करनी शुरू कर दी। तभी वह अपने बच्चे को लेकर डॉक्टर के चैंबर से बाहर आ गए और बच्चे का मुँह साफ करने लगे और उनके साथ आई दूसरी बेटी को डॉक्टर के पास दवाई की पर्ची लाने भेज दिया लेकिन डॉक्टर ने बिटिया को पर्ची देने से मना करते हुए यह कह दिया कि पहले अपने पापा को बोलो कि हमारे चैंबर को साफ करें, बिना चैंबर साफ किये न ईलाज होगा न दवा की पर्ची देंगे।

उनकी बेटी ने जब डॉक्टर का फरमान बताया तो वह अपने बीमार बच्चे को उसी हाल में छोड़कर डॉक्टर के चैंबर की सफाई करने लगे। उन्होंने डॉक्टर से पूछा कि क्या उनके अस्पताल में कोई स्वीपर नही है? तो डॉक्टर ने जवाब दिया -गंदगी आपने की है तो साफ भी आप ही करोगे।

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए
हमें Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें और Youtube पर हमें subscribe करें। 
एक ही क्लिक में पढ़ें  The Rural Press की सारी खबरें।