जिला अस्पताल में 12 करोड़ के घोटाले की हुई पुष्टि, कलेक्टर ने की कार्रवाई की अनुशंसा
जिला अस्पताल में 12 करोड़ के घोटाले की हुई पुष्टि, कलेक्टर ने की कार्रवाई की अनुशंसा

जशपुर। जिला अस्पताल, जशपुर में हुई गड़बड़ी की आखिरकार पुष्टि हो गई है। जाँच रिपोर्ट मिलने के बाद कलेक्टर ने सिविल सर्जन सहित 03 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा कर दी है।

बिना अनुमति 12 करोड़ की हुई खरीदी

जशपुर के इस बहुचर्चित मामले की शिकायत काफी पहले की गई थी, मगर जाँच को लटका कर रखा गया। पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने ये पूरा मामला उठाया था। उन्होंने बगैर टेंडर निकाले खरीदी कर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया था।काफी शोर-शराबे के बाद कलेक्टर ने मामले की जांच के लिए 5 सदस्यीय टीम अलग से गठित की। जांच टीम ने 12 करोड़ रूपये की गड़बड़ी की पुष्टि करते हुए सिविल सर्जन, आरएमओ और स्टोर कीपर को दोषी पाया।

क्रय नियम का पालन ही नहीं किया…

जशपुर जिला अस्पताल में सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक द्वारा पिछले दो वर्षों में बिना क्रय नियमों का पालन किए, बिना टेंडर कराए ही करोड़ों की खरीदारी कर ली गई थी। कागजों में हुई खरीदारी का आंकड़ा देखें तो साल 2019-20 व 2020-21 में 109 फर्मों से 01 करोड़ 36 हजार 09 सौ 74 रुपए की खरीदारी विभाग ने की थी। पूरे मामले की जानकारी जब कलेक्टर को हुई तो उन्होंने जांच के बाद कार्यवाही की बात कही थी।

जिला गठन के बाद से ही खरीदी में हुई मनमानी

साल 1998 में रायगढ़ से अलग होकर नया जिला जशपुर बनने के बाद से ही विभाग में बिना टेंडर, बिना क्रय नियम का पालन, बिना समिति की सिफारिश लिए ही ऐसी खरीदारी की जा रही थी। इनमे सबसे अधिक खरीदी रायगढ़ के कुछ फर्मों से की गई है।

बहरहाल जशपुर कलेक्टर ने संचालक स्वास्थ्य सेवाएं को पत्र लिखकर मामले में दोषी सिविल सर्जन सहित 03 अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा कर दी है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

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