रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा के सिस्टम में नक्सलियों के घुसने और सरकारी निर्णयों को प्रभावित करने के आरोप का तीखा प्रतिवाद किया है। उन्होंने पूछा कि भाजपाई 15 साल तक क्या करते रहे। यदि शहरी नक्सली उनको मालूम था तो क्या कार्रवाई की। आज भी हैं तो उन्हें सार्वजनिक करना चाहिए और प्रमाणित करना चाहिए।

श्री बघेल ने सोमवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि शहरी नक्सलियों के नेटवर्क को वीके चौबे ने तोड़ा था। उनकी शहादत हुई, भाजपा के सरकार इसकी जांच नहीं करा पाई है। 29 जवान शहीद हुए। आईजी को गैलेन्ट्री अवार्ड दिया गया। वीके चौबे की मौत का इनाम दिया गया। यह रमन सिंह की कार्यशैली हो सकती है, कांग्रेस की नहीं।

मुख्यमंत्री ने अडानी से मेल-मुलाकात को लेकर अमित जोगी के आरोपों पर एक बार फिर कहा कि मुख्यमंत्री के नाते सभी लोगों से मिलते हैं। मिलने में किसी को क्या परेशानी हो रही है। उन्होंने साफ किया कि छत्तीसगढ़ का हित उनके लिए सर्वोपरि है। उसके साथ वे कोई समझौता नहीं कर सकते।

अमित जोगी की टिप्पणी पर श्री बघेल ने कहा कि रेणु जोगी बहुत वरिष्ठ विधायक है और बहुत ही सम्मानीय है। उनके और मेरे बीच जो बातचीत हुई है वह अपनी माताजी से पूछ लें। उन्हें उजागर करना है क्या? अब उनकी निगाह गलत है तो वे क्या कर सकते हैं।

मैं मुख्यमंत्री हूं और मेरे साथ सभी लोग मिलते हैं। विपक्ष के सारे नेता मिलते हैं। आज भी सारे लोग मिल रहे है तो किसी को परेशानी क्या है? मैंने तो कल ही कह दिया था छत्तीसगढ़ का हित सर्वोपरि है। उसके साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसी के साथ ही श्री बघेल ने सभी को कबीर जयंती की बधाई दी।