रायपुर। व्यावसायिक कोर्स ( Professional Course ) के संबंध में फैसला लेने हेतु छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (  Chhattisgarh Board of Secondary Education ) ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी 12वीं में नए व्यावसायिक कोर्स को मुख्य विषय के रूप में शामिल करने का निर्णय लेगी। अगर किसी तरह का कोई निर्णय नहीं आता है तो पहले की तरह ही इन विषयों की गिनती अतिरिक्त विषय के रूप में होगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) इसकी समीक्षा कर कमेटी को प्रस्ताव देगी।

अतिरिक्त विषय होने के कारण  10वीं के बाद छात्रों की संख्या कम हो जाती है। प्रदेश में कक्षा 9वीं से 10वीं ट्रेड नवीन व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का संचालन 500 से अधिक स्कूलों में किया जा रहा है। 9वी एवं 10वीं पाठ्यक्रम के प्रति विद्यार्थियों का काफी रुझान है, लेकिन 11वीं और 12वीं नए विद्यार्थियों की रुचि घट जाती है।

शिक्षा विशेषज्ञों की मानें तो इसका मुख्य कारण है माशिमं का व्यावसायिक कोर्स को मुख्य विषय के रूप में शामिल न किया जाना है। वहीं व्यावसायिक प्रशिक्षक अपनी जॉब सिक्यॉरिटी औसत और वेतन में असमानताओं को लेकर आक्रोशित हैं। बता दें कि रायपुर के कुछ चुनिंदा स्कूलों में ही नए व्यावसायिक कोर्स संचालित हो रहा है। एक सेंटर में लगभग 30-32 बच्चों को प्रशिक्षण दी जा रही है। एक सेंटर में कई अलग अलग ट्रेड में प्रशिक्षण दी जा रही है।

 

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