श्रीनगर। पीडीपी प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister Of Jammu And Kashmir) महबूबा मुफ्ती की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जम्मू-कश्मीर बैंक (Jammu-Kashmir Bank) से जुड़े एक केस में महबूबा मुफ्ती की मुश्किलें बढ़ सकती है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने इस मामले में महबूबा मुफ्ती से सफाई मांगी है।

Not surprised to receive a letter from the Anti-Corruption Bureau. Concerted efforts are being made to browbeat mainstream leaders & thwart potential efforts for a collective response. I am too small an entity vis a vis the cause that unites us today. Such tactics won’t work pic.twitter.com/RUUbRRpK2v
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 4, 2019
एसीबी (Anti Corruption Bureau) की ओर से मुफ्ती को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि केस संख्या 10/2019 P/S ACBK की जांच के दौरान यह सामने आया कि जम्मू-कश्मीर बैंक (Jammu-Kashmir Bank) के चेयरमैन की नियुक्ति के लिए कुछ मंत्रियों ने सिफारिश की थी। एसीबी (Anti Corruption Bureau) ने मामले में पूछा है कि क्या जम्मू-कश्मीर बैंक (Jammu-Kashmir Bank) में नियुक्तियों के लिए किसी तरह की सिफारिश की गई थी?
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Former Chief Minister of Jammu and Kashmir) ने एसीबी (Anti Corruption Bureau) की तरफ से मिले पत्र को ट्विटर पर अटैच किया है। महबूबा ने कहा कि मुझे आश्चर्य नहीं हुआ, इस तरह की रणनीति काम नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि मुख्य धारा के नेताओं को एकजुट करने के लिए संभावित प्रयासों को विफल करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इस तरह की रणनीति काम नहीं करेगी।
बता दें कि एसीबी (Anti Corruption Bureau) जम्मू-कश्मीर बैंक (Jammu-Kashmir Bank) में कथित घोटाले की जांच कर रहा है। जांच के दायरे में बैंक के कई अधिकारी हैं। एसीबी (Anti Corruption Bureau) ने कई बार छापेमारी कर दस्तावेज बरामद भी किए हैं। इसके साथ ही बैंक चेयरमैन परवेज अहमद नेंग्रू को बर्खास्त भी किया जा चुका है।
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