रायपुर। गोल्फ कोर्स (Golf Course) की जमीन को कौड़ियों के मोल प्राइवेट बिल्डर को देने पर एनआरडीए के पूर्व उपाध्यक्ष आईएफएस अधिकारी एसएस बजाज (IFS officer SS Bajaj) को भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) सरकार ने निलंबित कर दिया है। TRP ने इस मुद्दे को गोल्फ कोर्स में किन-किन अधिकारियों का है विला  शीर्षक से प्रमुखता से उठाया था। इसके तहत नई राजधानी में अधिकारियों के बंगले बनाने के लिये गलत तरीके से जमीन आबंटन किया गया है। विधानसभा में इसे लेकर सवाल भी उठे थे।

क्या है पूरा मामला

नवा रायपुर में 178 एकड़ में प्रदेश का सबसे बड़ा गोल्फ कोर्स बनकर तैयार हो गया है। इसमें 101 एकड़ में हरा-भरा गोल्फ रेंज है। शेष इलाके में बड़े-बड़े विला बनाए गए हैं। इसके अलावा क्लब हाउस भी बनाया गया है। इसे गुलमर्ग और दिल्ली गोल्फ क्लब का ड्राइंग-डिजाइन बनाने वाली तैयार ऑस्ट्रेलियन कंपनी पीयूडी ने ही यहां गोल्फ रेंज डिजाइन किया है। सरकार से दो साल पहले हुए एमओयू के आधार पर सिल्वर ग्लेड्स कंपनी ने गोल्फ कोर्स बनाया है। गोल्फ रेंज की जमीन 1 रुपए वर्गफीट में दी गई थी। इस रेंज का दूसरा पार्ट 37 एकड़ का है, जिसमें 160 विला और क्लब हाउस वगैरह बन रहे हैं। हर विला 8 हजार वर्गफुट में हैं।

इसके अलावा आईएफएस अधिकारी एसएस बजाज पर आरोप है कि उन्होंने एनआरडीए (NRDA) में सीईओ रहते हुए नियमों को ताक पर रखकर काम किया है। बजाज वर्तमान में राज्य वन अनुसंधान संस्थान में एडीशनल डॉयरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने कहा कि रमन सिंह और एनआरडीए के तात्कालीन अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ की संपत्ति को लुटाने का काम किया है।

अधिकारी पर यह भी आरोप है कि जो जगह आईआईएम (IIM) को अलॉट की गई थी उसका कुछ हिस्सा वो जगह थी जहां 2003 में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने नई राजधानी की आधारशिला रखी थी।नियम के मुताबिक किसी जगह को अलॉट करने से पहले उसका भौतिक परीक्षण होना, उसका नक्शा बनना अनिवार्य है। लेकिन एनआरडीए के अधिकारियों ने इसकी अवहेलना की।

 

 

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें और Youtube  पर हमें subscribe करें। एक ही क्लिक में पढ़ें  The Rural Press की सारी खबरें।