रायपुर। अंतागढ़ टेपकांड (Antaragh Tape Case) मामले में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) बीजेपी की नींद उड़ाने वाले मंतूराम पवार को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, पार्टी विरोधी कार्यों को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने मंतूराम को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पार्टी ने मंतूराम की प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी है।
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आपको बता दें कि शनिवार को कोर्ट में अंतागढ़ चुनाव (Antaragh Election) को लेकर मंतूराम ने बड़ा बयान दिया था। मंतूराम ने आरोप लगाया था कि पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh), अजीत जोगी (Ajit Jogi), अमित जोगी (Amit Jogi) और पूर्व मंत्री राजेश मूणत (Rajesh Munat) के बीच 7.5 करोड़ रुपए की डील हुई थी।
डॉ. रमन सिंह ने पहले ही दे दिया था संकेत
निकाय चुनाव को लेकर हुई बैठक में डॉ. रमन सिंह भी ने अंतागढ़ टेपकांड (Antagarh Tape Case) के मामले पर कहा था कि यह विपक्ष को परेशान करने की कवायद है। मन्तुराम पवार (Manturam Pavar) के मसले पर डॉ. रमन सिंह ने कहा था कि जिस प्रकार उनका कृत्य है, उनके पार्टी में रहने की स्थिति समाप्त हो गई है, जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष इस मामले में फैसला लेंगे।
मंतूराम ने लगाए ये आरोप
अंतागढ़ उपचुनाव टेपकांड के मुख्य आरोपी मंतुराम पवार ने शनिवार को कोर्ट में 164 के तहत दिए गए बयान में बड़ा खुलासा करते हुए पूर्व सीएम रमन सिंह, अजीत जोगी, राजेश मूणत, अमित जोगी सहित फिरोज सिद्दीकी और अमीन मेनन (Ameen Menon) के बीच नाम वापसी के लिए साढ़े सात करोड़ रुपए में डील होने की बात कही थी। मंतुराम ने कहा था कि उस वक्त लोकतंत्र की हत्या हुई थी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें कि 2014 में हुए अंतगाढ़ उपचुनाव में मंतुराम पवार कांग्रेस के प्रत्याशी थे और अंतिम समय में नाम वापस लेकर राजनीतिक भूचाल ला दिया था। इसके चार माह बाद एक ऑडियो टेप (Audio Tape) जारी हुआ जिसमें तमाम खरीद फरोख्त की जानकारी थी।