अमृतसर : पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot singh Siddhu)

की पत्नी नवजोत कौर ने कांग्रेस पार्टी से नाता तोड़ दिया है। मीडिया (Media) से बात करते हुए कहा कि

उनका किसी भी राजनीतिक दल (Political Party) से कोई संबंध नहीं है। और वह राजनीति नहीं करेंगे

सिर्फ समाज सेवा करेंगी। डा. कौर अकाली-भाजपा सरकार (BJP-Akali Govt) में स्वास्थ्य मंत्री रही हैं।

 

पत्रकारों के विधानसभा चुनावों में नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा प्रचार न करने के सवाल पर कहा कि सिद्धू

अपनी मर्जी के मालिक हैं। वे खुद जवाब दे सकते है। सिद्धू अपनी कोई पार्टी बनाने की तैयारी में नहीं है।

अभी उनका एरिया अमृतसर पूर्वी है। वह उसी पर ध्यान दे रहे हैं। सिद्धू कांग्रेस के सिपाही हैं और सेवा

करते रहेंगे।

 

पार्टी से नाराज हैं नवजोत सिंह सिद्धु :

बहरहाल नवजोत कौर के पार्टी छोड़ने पर ये कयाश लगाये जा रहे है कि पार्टी से नाराज चल रहे नवजोत

सिंह सिद्धु जल्द पार्टी छोड़ सकते हैं। पूर्व क्रिकेट नवजोत सिंह सिद्धू जनवरी 2017 में भाजपा छोड़कर

कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके बाद पंजाब में उन्हें पर्यटन मंत्रालय मिला। मंत्री रहते हुए सिद्धू उस वक्त

विवाद में आ गए थे, जब मई 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण में गए। वहां

सिद्धू के पाक सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर कैप्टन अमरिंदर ने विरोध जताया था।

इसके बाद नवंबर में जब सिद्धू करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) के शिलान्यास के दौरान

पाकिस्तान गए तो अमरिंदर ने कहा था कि सिद्धू हाईकमान की परमिशन के बिना वहां गए हैं।2019 के

लोकसभा चुनाव में उस वक्त विवाद और गहरा गया, जब लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर सिद्धू

की पत्नी नवजोत कौर ने अमरिंदर के खिलाफ नाराजगी जताई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें

अमरिंदर की वजह से अमृतसर सीट से टिकट नहीं मिला। वहीं, सिद्धू ने भी पत्नी का समर्थन किया था।

हालांकि, अमरिंदर ने इन आरोपों से इनकार कर दिया था।

 

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