टीआरपी डेस्क। पाकिस्तान के करतारपुर गलियारे से गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले पहले भारतीय जत्थे

में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, केंद्रीय मंत्री

हरसिमरत कौर बादल और पंजाब के सांसद-विधायक भी शामिल होंगे। मंगलवार को भारत ने पाकिस्तान को

575 लोगों की सूची पाकिस्तान सौंपी।

 

नहीं दी ‘अखंड पाठ’ और ननकाना साहिब में ‘नगर कीर्तन’ की अनुमति

केंद्र सरकार के सूत्रों ने बताया कि भारत ने मंगलवार को 575 लोगों की सूची पाकिस्तान के साथ साझा की।

जानकारी मिली है कि पाकिस्तान ने एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) और डीएसजीएमसी

(दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) के प्रतिनिधियों के साथ पंजाब सरकार की अगुवाई वाले समग्र प्रतिनिधिमंडल

को ‘अखंड पाठ’ (पवित्र ग्रंथ का संपूर्ण पाठ) और ननकाना साहिब में ‘नगर कीर्तन’ आयोजित करने से मना कर दिया था।

 

बताया जा रहा है कि पंजाब सरकार के 31 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल और 450 भारतीय श्रद्धालुओं को वीजा

नहीं दिया गया है जबकि भारत सरकार ने पाकिस्तानी उच्चायोग से इसके लिए अनुशंसा की थी।

 

यह भी जानकारी मिली है कि पाकिस्तान ने खुद से श्रद्धालु समूह का नेतृत्व करने के लिए परमजीत सिंह सरना

को चुनने का फैसला किया है।

 

पंजाब सरकार के सूत्रों ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए जत्थे का

नेतृत्व करेंगे और ऐतिहासिक गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद उसी दिन वापस लौट आएंगे।

 

ऐसा माना जाता है कि गुरुद्वारा दरबार साहिब में ही गुरु नानक देव ने अपने आखिरी दिन बिताए थे। जत्था सदस्यों

में सभी दलों के नेता, संत समाज के नेता, प्रबुद्ध लोग, एनआरआई और पत्रकार शामिल हैं।

 

ये होंगे जत्थे में शामिल

जत्थे में पंजाब के सभी 117 विधायक और 13 सांसद शामिल होंगे। राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक, आरपीएन सिंह, जितेंद्र सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कुमारी शैलजा, आशा कुमारी, रणदीप सुरजेवाला, दीपेंद्र हुड्डा, पी एल पूनिया, जितिन प्रसाद और आर सी खूंटिया भी करतारपुर जाने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। भारत और पाकिस्तान ने श्रद्धालुओं के ऐतिहासिक गुरुद्वारे की यात्रा के लिए पहले ही एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है।

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