रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पांचवें दिन में ध्यानाकर्षण के दौरान एक बार फिर

अवैध रेत खनन का मामला गूंजा। मामले में जेसीसीजे विधायक धर्मजीत सिंह ने सरकार का ध्यानाकर्षण

कराया। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वे शराब माफियाओं को अवैध तरीके से रेत खनन का

ठेका दे रहे हैं। मामले को लेकर सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी विधायकों ने सदन में हंगामा शुरू

कर दिया। इसके बाद विपक्ष के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर लिया।

 

इससे पहले धर्मजीत सिंह को सदन में मौजूद सीएम भूपेश बघेल ने जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में अवैध

खनन की बात में ज्यादा सच्चाई नहीं। नियमानुसार रेत का खनन कार्य कराया जा रहा है। रेत के ठेके से

सरकार को 250 करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा।

 

विधायक धर्मजीत सिंह ने गैंगवार की आशंका जताई :

सरकार की नई रेत खनन नीति को लेकर विधायक धर्मजीत सिंह ने गैंगवार की आशंका जताई तो मुख्यमंत्री

ने सुझाव देते हुए कहा कि हम टोल फ्री नम्बर भी उपलब्ध करा देंगे। नियम प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी।

 

इस दौरान विधायक नारयण चंदेल ने सरकार का ध्यान आकर्षण कराते हुए कहा कि प्रदेश के 125 रेत खदानों

का टेंडर नहीं किया गया है और यहां धड़ल्ले से अवैध रेत खनन का काम चल रहा है। इसकी जांच कराएंगे क्या?

 

इसके जवाब में भूपेश बघेल ने कहा कि 61 खदानों को पर्यावरण विभाग से अनुमति नहीं मिली है, लेकिन कहीं

भी अवैध उत्खनन नहीं हो रहा है। रायपुर के 4 खदानों के लिए 700 आवेदन आए हैं।

 

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