सिरपुर और प्रज्ञागिरी डोंगरगढ़ के विकास पर भूपेश बघेल के साथ किया विचार-विमर्श

रायपुर। छत्तीसगढ़ के भ्रमण पर आए जापानी प्रतिनिधि मण्डल ने आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

से उनके भिलाई स्थित निवास पर मुलाकात की। उन्होंने प्रदेश में स्थित पुरातात्विक स्थल सिरपुर

और प्रज्ञागिरी डोंगरगढ़ के विकास के संबंध में मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श किया।

 

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यदि सिरपुर और प्रज्ञागिरी में सुविधाएं विकसित की जाएं तो ये दोनों स्थल

जापानी पर्यटकों के लिए बड़े आकर्षण का केन्द्र बन सकते हैं। उन्होंने सिरपुर के नजदीक हेलीपेड

निर्माण की आवश्यकता बताते हुए कहा कि इससे जापान के पर्यटक दो दिनों में सिरपुर का भ्रमण कर

वापस जापान लौट सकेंगें।

 

उल्लेखनीय है कि सिरपुर के उत्खनन में बौद्ध धर्म से संबंधित अनेक पुरातात्विक स्थल सामने आए हैं

और प्रज्ञागिरी को बौद्ध तीर्थ के रूप में विकसित किया गया है। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने सिरपुर के

नजदीक हेलीपेड निर्माण का आग्रह भी मुख्यमंत्री से किया। उन्होंने कहा कि इससे जापान से आने वाले

पर्यटकों को सुविधा होगी और उनके समय की बचत होगी। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि

जापान के लोगों के लिए भारत एक पवित्र तीर्थ स्थान है। जापान के लोग भारत से प्यार करते हैं। जब हम

भारत आते हैं तो भारत की धरती को प्रणाम करते हैं और जब हम जापान जाते हैं तब भारत-भूमि के

पावन मिट्टी जापान लेकर जाते हैं।

 

मुख्यमंत्री ने जापानी प्रतिनिधिमंडल को भारत देश से इतना स्नेह रखने के लिए धन्यवाद दिया और आभार

व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के सिरपुर में बौद्ध धर्म की पुरातात्विक सम्पदा दुनिया के लिए

अनमोल धरोहर है। यहां अनेक बौद्ध विहार और भगवान बुद्ध की प्रतिमाएं मिली हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि

सिरपुर में बौद्धाचार्य नागार्जुन निवास करते थे और चीनी यात्री हृेनसांग सिरपुर आये थे।

 

जिन्होंने भारतीय इतिहास को चीनी भाषा में लिखकर भगवान बुद्ध के शांति एवं भाईचारा के संदेश को

दुनिया में फैलाया और भारतीय इतिहास को बचाकर रखा। आप लोग सिरपुर का यात्रा करें और सिरपुर

का अध्ययन करें। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से सिरपुर को टूरिज्म से जोडऩे को आग्रह किया

वहां के नजदीक में एयरपोर्ट-हेलीपेड बनाने का भी आग्रह किया जिससे जापान के लोग दो दिन में भारत

आकर जापान लौट सकें। हमारे जापानी लोगों के लिए समय बहुत बहुमूल्य होता है।

 

चर्चा में मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में अभी 27, 28, 29 दिसम्बर को रायपुर में आयोजित तीन दिन के अंतर्राष्ट्रीय

आदिवासी नृत्य के संबंध में जानकारी दी। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि जापान में भी पारम्परिक नृत्य

और गाने की समृद्ध परम्परा है। लोग बहुत उत्साह के साथ इनके आयोजनों में हिस्सा लेते है। आप रूचि लेंगे

तो हम जापानी और भारतीय लोक पारम्परिक नृत्य का आयोजन कर सकते हैं।

जापानी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को जापान यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया

मुख्यमंत्री से प्रतिनिधिमंडल ने बाबूजी श्री नंदकुमार बघेल के नेतृत्व में मुलाकात की। जापान से आये पूज्य भन्ते

शीन्दो कोन्दो ने जापानी भाषा में जापान की संस्कृति एवं वहां के लोगों के भारत के प्रति सद् विचारों की जानकारी

दी। पूज्य भदन्त संघरत्न मानके ने भन्ते शीन्दो कोन्दो की बातों का हिन्दी अनुवाद मुख्यमंत्री को बताया। इस

प्रतिनिधिमंडल में जापान से आये ताकाहिरो यामाशकी जापान ग्लोबल स्टेऊटजी डेवलपमेंन्ट टीम के सदस्य हैं।

उनके साथ सगुन लाल वर्मा, अधिवक्ता रामकृष्ण जांगड़े, विवेक वासनिक, रघु साहू एवं रजत गजबिये भी उपस्थित थे।

 

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें 

Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें  और Youtube  पर हमें subscribe करें।