अमेरिकन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी के क्लीनिकल जर्नल में प्रकाशित हालिया शोध में बताया गया है कि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद अगर पेशंट मेडिटेरियन  डायट लें तो उन्हें इस तरह की समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है।

मेडिटेरियन डायट

एक सर्वे के मुताबिक पिछले 10 साल में जितने भी किडनी ट्रांसप्लांट हुए हैं, उनमें से 54 प्रतिशत लोगों के लिए यह ट्रांसप्लांट सुखद रहा और वे अपनी जिंदगी सुख से जी रहे हैं। वहीं, 20 प्रतिशत से कम लोगों को किसी ना किसी दिक्कत के चलते फिर से किडनी ट्रांसप्लांट कराना पड़ा। विशेषज्ञों का कहना है कि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद अगर पेशंट मेडिटेरियन डायट लें तो उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट के बाद होनेवाली दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि किडनी ट्रांसप्लांट करानेवाले लोगों में ज्यादातर को अगले 1 दशक के अंदर गुर्दे से जुड़ी किसी ना किसी समस्या का सामना करना पड़ता है। जबकि शुरुआती स्तर पर ज्यादातरो लोगों में ट्रांसप्लांटेशन के बाद किसी भी तरह से अंगों में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता और ट्रांसप्लांट सक्सेस रेट काफी हाई रहता है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि बाद में दिक्कत होने लगती है।

मेडिटेरियन डायट के फायदे

अमेरिकन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी के क्लीनिकल जर्नल में प्रकाशित हालिया शोध में बताया गया है कि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद अगर पेशंट मेडिटेरियन डायट लें तो उन्हें इस तरह की समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही विशेषज्ञों ने सजेस्ट किया है कि किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद लोगों को डेयरी प्रॉडक्ट्स और मांस-मीट खाने से बचना चाहिए।

रिसर्च टीम का कहना है कि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद लोगों को मेडिटेरियन डायट अपनी डायटिशियन की देखरेख में लेनी चाहिए। साथ ही इस दिशा में मेडिटेरियन डायट की भूमिका को और अधिक गहराई से जानने के लिए शोध को जारी रखने की आवश्यकता भी बताई।

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें 

Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें  और Youtube  पर हमें subscribe करें।