भिलाई/रायपुर। नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया दुर्ग जिले के भिलाई में आयोजित ‘गनियारी लोक कला-महोत्सव’ कार्यक्रम में शमिल हुए। उन्होंने इस मौके पर कहा कि प्रदेश के लोक कलाकारों को मंच प्रदान करने, उन्हें अवसर देने के लिए यह अच्छा आयोजन है।

इस तरह के आयोजन से प्रदेश के कलाकारों को आगे बढऩे का अवसर मिलता है। डॉ. डहरिया ने लोककला महोत्सव के आयोजकों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

डॉ. डहरिया ने आयोजक मण्डल की मांग पर नगर निगम भिलाई-चरौदा की ओर से प्रति वर्ष गनियारी लोककला महोत्सव का आयोजन करने की घोषणा की। गनियारी लोक कला महोत्सव दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र नागपुर तथा संस्कृति विभाग रायपुर के सहयोग से आयोजित किया गया।

नगरीय प्रशासन मंत्री श्री डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केे नेतृत्व में राजधानी रायपुर में हाल ही में हुए भव्य राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया था। इस महोत्सव में देश-विदेश के आदिवासी कला-संस्कृति के साथ-साथ प्रदेश के लोक कलाकारों द्वारा भी अपनी संस्कृति और कला का प्रदर्शन किया गया।

उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से ऐसे आयोजनों से स्थानीय कलाकारों को भी उनकी कला को प्रदर्शित करने का मौका मिलता है। इससे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कलाकार आगे बढ़ते है और लोक कला तथा स्थानीय परंपरा एवं संस्कृति की पहचान विश्व स्तर पर होती है।

डॉ. डहरिया ने कहा कि दुर्ग जिले में बहुत से प्रसिद्ध लोक कलाकार हुए है, जिन्होंने लोक कला के माध्यम से प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोक कलाकारों के संरक्षण एवं संवर्धन का काम कर रही है। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक सांस्कृतिक कला को सहेजने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

उन्होंने राज्य सरकार की ओर से कलाकारों और लोक कलाओं के विकास के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इस मौके पर आयोजन मण्डल के अध्यक्ष निर्मल कोसरे सहित बड़ी संख्या में कलाकार और नगरवासी उपस्थि थे।

 

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