रायपुर। सीएए और एनआरसी के विरोध के सिलसिले में छत्तीसगढ़ पहुंची वामपंथी नेता वृंदा करात ने छत्तीसगढ़ सरकार से केरल सरकार की तर्ज पर राज्य में एनपीआर को लागू नहीं करने का प्रस्ताव पारित करने की मांग की है। वहीं सीएए को संविधान के खिलाफ बताते हुए कहा कि मोदी सरकार हिन्दू और मुस्लिम के बीच की लड़ाई करवाना चाहती है। यह धर्म का नहीं संविधान का सवाल है।

छत्तीसगढ़ के प्रवास के दौरान रायपुर प्रेस क्लब पहुंची मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की नेता वृंदा करात ने सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर कहा कि आज हमारे देश में धर्म निरपेक्ष पर आधारित नागरिकता है, उसे मोदी सरकार तोड़ना चाहती है।

सरकार कहती है एक इंच नहीं हटेंगे। चाहे कोई कुछ भी कहे, मोदी सरकार को हराने का एक रास्ता है। विभिन्न राज्यों में जो नॉन बीजेपी गवर्नमेन्ट अगर एनपीआर लागू नहीं करती हैं।

देश की आर्थिक व्यवस्था गंभीर संकट में :

उन्होंने कहा कि इस समय देश की आर्थिक व्यवस्था गंभीर संकट में गुजर रहे है। सरकार का जो रवैया है कि आल इस वेल उस वजह से संकट और गहरा रहा है। आने वाले दिनों में संकट दूर नहीं हो पाएगा। बजट के माध्यम से संकट से निकलने का रास्ता होना चाहिए था, लेकिन इस बजट ने स्पष्ट किया कि मोदी सरकार दृष्टि हीन है।

वृंदा करात ने कहा कि मनरेगा के मजदूरों को 6 महीने से तनख्वाह नहीं मिली। इंफ्रास्ट्रक्चर में खर्च कर कह रहे कि रोजगार देंगे, लेकिन अपना पैसा नहीं लगाना चाहते। बेरोजगारी की स्थिति बहुत गंभीर है। महंगाई इतनी बढ़ रही है तो उसे रोकने का एक तरीका है कि सरकार कुछ आवश्यक चीजों को कम रेट में जनता को उपलब्ध कराए। साढ़े सात करोड़ टन अनाज सरकार गोदाम में सड़ रहा है। आप अनाज को पीडीएस में दे सकते थे। सस्ते दामों में अनाज उपलब्ध करा सकते थे।

राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मैंने देखा कि बस्तर के किसानों ने रास्ता रोका। वे नाराज थे क्योंकि धान ख़रीदी पूरी तरह से नहीं की गई। वहीं मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी और शाह की जो योजना है एक तरफ से आर्थिक हमला हो रहा है और दूसरी तरफ संवैधानिक हमला हो रहा है।

एलआईसी को लेकर कहा कि लोगों का विश्वास है। सरकार को हर साल मदद करती है। लेकिन घाटा पूरा करने के लिए मोदी सरकार बेचना चाहती है। वहीं बीएसएनएल की स्थिति को लेकर कहा कि पहला ऑप्शन है आप पब्लिक सेक्टर को प्राथमिकता दें। आपने जिओ को सारी राहत दे दी। बीएसएनएल का बुरा हाल है।

महिलाओं के ऊपर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही :

दुष्कर्म को लेकर वृंदा करात ने कहा कि मुझे दुःख हुआ कि आदिवासी लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ। मैं मांग करती हूं कि तुरंत एक्शन ले। महिलाओं के ऊपर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही है। हर दिन औसतन 93 रेप के केस होते हैं। अदालत में इस समय एक लाख केस रजिस्टर हुए हैं, पेंडिंग हैं। सारे केस को लेकर परसेंट निकलेंगे तो हमारे देश के कनविक्शन रेट रेप केस में 3 परसेंट है। रेप विक्टिम को जलाने के भी केस हुए है. इस पर गृहमंत्री अमित शाह को सोचना चाहिए।

युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है वामपंथ :

वृंदा करात ने कहा कि यह बात सही है कि पार्लियामेंट्री सिस्टम में वामपंथ सिमटते जा रहा है, लेकिन आज तमाम दमन के बावजूद छात्रों के अंदर वामपंथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक दौर था जब दमन हुआ था, लेकिन अब वो माहौल है कि वामपंथ आगे भी बढ़ रहा है।

 

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