रायपुर। प्रदेश के सबसे बड़े दवाई करोबारी लक्ष्मी मेडिकल ने अपनी काली-कमाई आईटी विभाग को सरेंडर कर दिया है। आयकर विभाग के छापामार कार्रवाई के बाद सकते में आए लक्ष्मी मेडिकल ने 7.75 करोड़ आईटी को सरेंडर किया है। दवा कारोबारी लक्ष्मी मेडिकल ग्रुप में आयकर विभाग ने तीन दिन तक सर्वे किया।

मिली जानकारी के अनुसार कारोबारी समूह ने शास्त्री चौक स्थित लक्ष्मी मेडिकल स्टोर से तीन करोड़ रुपए, अंबेडकर अस्पताल के गेट नंबर दो स्थित मेडिकल स्टोर से तीन करोड़, भनपुरी स्थित कोलंबिया पेट्रो कैमिकल से 1.5 करोड़ तथा ओल्ड मेडिकल काॉपलेक्स स्थित लक्ष्मी मेडिकल एजेंसी से 25 लाख रुपए अघोषित आय घोषित करते हुए सरेंडर किया है।

लक्ष्मी मेडिकल समूह में व्यापक पैमाने पर टेक्स चोरी की आशंका पर आयकर की टीम ने दवा कारोबारी के 11 ठिकानों पर पिछले दिनों दबिश दी थी। कारोबारी समूह ज्यादातर दवाएं कैश में खरीदने का काम करता है, जिसे एंट्री नहीं किया जाता था। कारोबारी समूह द्वारा हर माह 50 लाख रुपए से ज्यादा कर्मचारियों को वेतन देने संबंधित दस्तावेज हाथ लगा है। दस्तावेजों की जांच में यह बोगस पाया गया है।

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