रायपुर। पिछले 5 दिनों से छत्तीसगढ़ में नेताओं, अफसरों और कारोबारियों के यहां 25 जगहों पर हुई छापेमारी में आयकर विभाग को 150 करोड़ रुपए के बेनामी लेनदेन के सबूत मिले हैं। आयकर टीम को इस बात के भी सबूत मिले हैं कि प्रदेश में अफसरों को हर महीने अवैध तौर पर रुपए दिए जा रहे हैं।

इस संबंध में सोमवार को पहली बार केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने छत्तीसगढ़ में चल रही छापेमारी को लेकर अधिकृत बयान जारी किया है। छत्तीसगढ़ में छापों से 150 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ है। हवाला के जरिए लेनदेन की भी बात सामने आई है। सेंट्रल आईटी से आई टीम ने 4 दिन पहले कई स्थानों पर छापे मारे थे। शराब और माइनिंग से जुड़े लोगों के घरों से बेहिसाब नगदी बरामद हुई है। सार्वजनिक सेवको (नेता) के लिए पैसों के लेनदेन के सुबूत भी आईटी टीम को मिली है।

आईटी ने दावा किया है कि कर्मचारियों के नाम पर खाते खोल करोड़ो के लेनदेन किया गया है। नोटबन्दी के दौरान भी भारी मात्रा में केश जमा होने के दस्तावेज भी मिले हैं। कई शैल कम्पनियों के सुराग भी मिले हैं। छापों के दौरान बेनामी कीमती गाड़ियां मिलने का खुलासा, छापों के दौरान कलकत्ता से हवाला कारोबार का भी खुलासा हुआ है। आईटी विभाग ने संपत्ती बढ़ने का भी दावा किया है।

तलाशी के दौरान मिले सबूतों और सुरागों के बाद 150 करोड़ और यह आंकड़ा काफी हद तक बढ़ने की संभावना है। खोज कार्रवाई और जांच जारी है और कई बैंक लॉकरों सहित कई निषेध आदेश दिए गए हैं।

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