टीआरपी न्यूज/रायपुर। मध्यप्रदेश में मचे सियासी तूफान और ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने पर सीएम भूपेश बघेल दिल्ली रवाना हो गए हैं। बताया जा रहा है कि भूपेश कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर प्रदेश की जानकारी देंगे। इस बीच टीआरपी को मिले इनपुट के मुताबिक कांग्रेस आला कमान कांग्रेस शासित उन राज्यों की स्थित पर नजर रख रहा है जहां संगठन नेताओं की निगम मंडल में राजनीतिक नियुक्तियां लंबे समय से रुकीं हुई हैं।

खबरों की माने तो मध्यप्रदेश में सिंधिया एसिसोड के बाद अब कांग्रेस का आलाकमान कोई जोखिम उठाने के मूड में नहीं है। हांलाकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस संख्या बल में बहुमत से काफी मजबूत है। छत्तीसगढ़ में मध्यप्रदेश की तुुलना में कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में है और प्रदेश में भाजपा मात्र 13 सीटों पर सिमट गई है। कांग्रेस का यहां कोई खतरा नहीं है, मगर कार्यकर्ताओं के अंसतोष की बात दबी जुबान से आलाकमान तक पहुंचती रही है।

बता दें विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कई दिग्गज विधायक चुनाव जीत कर विधानसभा में पहुंचे मगर उन्हें सरकार में शामिल होने का मौका नहीं मिला। इन विधायकों को निगम मंडल में नियुक्ति का इंतजार है। वहीं निगम और पंचायत चुनाव के बाद उन कार्यकर्ताओं की राजनीतिक आकांक्षा बढ़ गई है जिन्हें इस चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों को जीताने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। तब उन्हें भरोसा दियाला गया था कि स्थानीय निकाय के चुनाव के बाद उन्हें निगम मंडल में जगह देकर एडजेस्ट की किया जाएगा। मगर ये नियुुक्तियां लंबे समय से लटकी हुई है।

बताया जा रहा है मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद कांग्रेस आलाकमान सबक लेते हुए कार्यकर्ताओं को और ज्यादा इंतजार नहीं करवाना चा​हता, यहीं वजह है कि छत्तीसगढ़ में उन संगठन नेताओं की निगम मंडलों में मलाईदार पद दिया जा सकता है जिन्हें इसका भरोसा दिया गया था। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री निगम मंडलों में नियुक्ति के लिए आलाकमान से मंजूरी ले सकते हैं।

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