नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने 2 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।  शुक्रवार को राणा कपूर की हिरासत की अविध खत्म होने वाली थी. लेकिन ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की मांग पर इसे एक बार फिर से 2 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया है। बैंक फाउंडर कपूर ने अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न संस्थाओं को 30,000 करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत किए थे।

जेट एयरवेज के नरेश गोयल भी दर्ज करवाएंगे बयान- यस बैंक मामले में शुक्रवार को ही जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल, पत्नी के साथ ईडी के सामने बयान दर्ज करवाने वाले हैं। बता दें कि जेट एयरवेज यस बैंक के बड़े कर्जदारों में से एक हैं । इसी वजह से एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल जांच के घेरे में हैं और भारी कर्ज की वजह से अप्रैल 2019, से जेट एयरवेज की उड़ान सेवाएं ठप पड़ी हैं।

जांच में अहम खुलासा

ईडी की जांच में पता चला है कि यस बैंक ने जानबूझकर ऐसी कई गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) को लोन दिया है जिनकी आय शून्य थी । इनमें डीएचएफएल ( DHFL) इंडियाबुल्स के अलावा राणा कपूर की बेटियों और पत्नी बिंदू कपूर के स्वामित्व वाली कंपनियां शामिल हैं। बैंक की ओर से इन लोगों को दिये गए ये लोन पर्सनल गारंटी पर दिये थे। जांच में ईडी को राणा कपूर और उनके परिवार से जुड़ी कई कंपनियों की जानकारी मिली है जिसके चलते ईडी द्वारा उनके परिवार के अलावा भी कई लोगों को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया।

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