रायपुर: उच्च शिक्षा विभाग 10 से 15 मई के बीच विवि की बाकी परीक्षाओं का आयोजन कर सकता है।अधिकारियों का मानना है कि अभी भी बहुत विलंब नहीं हुआ है और वैसे भी मई तक परीक्षाएं होती थीं। जून के पहले हफ्ते तक भी अगर परीक्षाएं हो गईं तो सेंट्रल वैल्यूशन कराके जून लास्ट या जुलाई के पहले हफ्ते तक सारे रिजल्ट निकले जा सकते हैं। उच्च शिक्षा विभाग इस लिहाज से तैयारी भी कर रहा है।

गौैरतलब है कि मार्च के पहले सप्ताह से विश्वविद्यालयीन परीक्षाएं शुरू हो गई थीं। आठ से दस पेपर भी हो गए थे लेकिन, कोरोना का संक्रमण बढ़ने के बाद सरकार ने एहतियात के तौर पर आदेश जारी कर परीक्षाओं पर रोक लगा दी। इससे 20 मार्च के बाद की सारी परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं। इसके बाद से छात्र टकटकी लगाए बैठे हैं कि परीक्षाओं को लेकर सरकार क्या फैसला लेती है। अटल बिहारी बाजपेयी विवि की बात करें तो एक लाख 80 हजार छात्र सरकार के फैसले के इंतजार में हैं। विवि परीक्षाओं में जनरल प्रमोशन कभी नहीं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियो की मानें तो विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं में इससे पहले कभी जनरल प्रमोशन नहीं दिया गया। स्कूलों में इससे पहले हालांकि आठवीं तक के छात्रों को जनरल प्रमोशन दिया जा चुका है। अधिकारियों का कहना है कि लाकडाउन 3 मई तक हो गया है, इसलिए अब इसके बाद ही इस पर फैसला होगा। हालांकि जनरल प्रमोशन की संभावना नहीं के बराबर है। अधिकारियों के अनुसार अगर 3 मई को लाकडाउन समाप्त हो जाएगा, तब भी 10 से 15 मई के बीच विश्वविद्यालयीन परीक्षाएं शुरू हो सकती हैं।

जून लास्ट तक निकल सकता है रिजल्ट उच्च शिक्षा विभाग का कहना है कि सूत्रों का ये भी मानना है कि अभी भी बहुत विलंब नहीं हुआ है। वैसे भी मई तक परीक्षाएं होती थीं। जून के पहले हफ्ते तक भी अगर परीक्षाएं हो गईं तो सेंट्रल वैल्यूशन कराके जून लास्ट या जुलाई के पहले हफ्ते तक सारे रिजल्ट निकल जाएंगे। इसलिए, स्टूडेंट्स को बिना भ्रमित हुए परीक्षाओं की तैयारी जारी रखना चाहिए। ज्ञात हो कि अटल बिहारी विवि ने स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर जनरल प्रमोशन और आनलाइन परीक्षा कराने से इंकार कर दिया है। दरअसल उच्च शिक्षा विभाग ने अटल विवि से आनलाइन परीक्षा की उपलब्धता की जानकारी मांगी थी। संसाधनों की कमी का हवाला देते हुए एयू ने आनलाइन परीक्षा से मना कर दिया था। परीक्षा का अंतिम परिणाम तीन साल के आधार पर ही जानकारों के मुताबिक स्नातक स्तर पर बीए, बीकाम, बीएससी और बीबीए आदि की कक्षाओं की परीक्षा का अंतिम परिणाम तीन साल के परीक्षा के आधार पर ही आता है।

इसी तरह स्नातकोत्तर स्तर पर एमए, एमकॉम, एमएससी आदि कक्षाओं का परिणाम दो साल की परीक्षा के बाद बनता है, इसलिए फिलहाल जनरल प्रमोशन नहीं दिया जा सकता है। साथ ही आनलाइन परीक्षा के लिए जमीनी स्तर पर कई दिक्कते हैं। विद्यार्थियों को परीक्षा के लायक बनाने के लिए प्रशिक्षण भी देना पड़ेगा, जो कि शारीरिक दूरी के नियम के पालन में मुश्किल खड़ा सकता है। 3 मई के बाद कोई अंतिम निर्णय लिया जा सकता है फिलहाल को जनरल प्रमाेशन के बारे में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कोई फैसला नहीं लिया गया है लेकिन यह संभव भी नहीं लगता। 3 मई के बाद कोई अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। एयू परीक्षा के लिए भी तैयार है। आनलाइन परीक्षा में मुश्किलों के बारे में भी सरकार को अवगत करा दिया गया है।