टीआरपी डेस्क । मदर्स डे हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। मां को खुशियाँ और सम्मान देने के लिए पूरी ज़िंदगी भी कम होती है। फिर भी विश्व में मां के सम्मान में मदर्स डे मनाया जाता है। मदर्स डे विश्व के अलग-अलग भागों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है, लेकिन मई महीने के दूसरे रविवार को सर्वाधिक महत्त्व दिया जाता है।

मदर्स डे का इतिहास

मदर्स डे का इतिहास सदियों पुराना और प्राचीन है। यूनान में बसंत ऋतु के आगमन पर रिहा परमेश्वर की माँ को सम्मानित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता था। 16वीं सदी में इंग्लैण्ड का ईसाई समुदाय ईशु की मां मदर मेरी को सम्मानित करने के लिए यह त्योहार मनाने लगा। ‘मदर्स डे’ मनाने का मूल कारण समस्त माओं को सम्मान देना और एक शिशु के उत्थान में उसकी महान भूमिका को सलाम करना है।

8 मई, 1914 से आधिकारिक रुप से मनाए जाने लगा मदर्स डे

इस दिन को आधिकारिक बनाने का निर्णय पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति वूडरो विलसन ने 8 मई, 1914 को लिया। 8 मई, 1914 में अन्ना की कठिन मेहनत के बाद तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने और माँ के सम्मान में एक दिन के अवकाश की सार्वजनिक घोषणा की थी।

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