बिलासपुर। छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस के अवसर पर 26 मई को अपनी प्रमुख मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी मांगों के संदर्भ में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा है। जानकारी देते हुए संघ के जिला अध्यक्ष एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष सुनीता सिंह ने बताया कि उनकी कई मांगे कई वर्षों से लंबित हैं। प्रशासन और सरकार ने हमेशा केवल और केवल आश्वासन देती रही है कुछ मांगों पर आदेश भी जारी किए गए लेकिन उन आदेशों पर आज तक अमल भी नहीं किया जा रहा है।


बिना सुरक्षा मानकों के क्वारेंटाइन सेंटर की निगरानी में लगाई जा रही ड्यूटी


संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं जिला अध्यक्ष सुनीता सिंह ने कहा कि अभी वर्तमान में गत दो महीनों से जब से कोरोनावायरस का संक्रमण देश और प्रदेश में फैला है तभी से सभी संवेदनशील जगहों पर हमारी ड्यूटी लगाई जा रही है। जिनमें संक्रमित व्यक्तियों का सर्वे संक्रमित लोगों के लिए बनाए गए क्वॉरेंटाइनट सेंटर वहां निगरानी एवं देखभाल की ड्यूटी शामिल है। उन्होंने बताया कि इन सभी कार्यों के दौरान हमें किसी भी प्रकार की सुरक्षा सामग्री नहीं दी जा रही है नहीं सैनिटाइजर मास्क या अन्य कोई भी सामग्री दिए बिना ही संक्रमण वाले जगहों में भेज दिया जा रहा है।ऐसी अवस्था में कार्यकर्ताओं को भी संक्रमण का गंभीर खतरा बना हुआ है, जिसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।


आज संघ का एक प्रतिनिधि मंडल जिला अध्यक्ष सुनीता सिंह के नेतृत्व में कलेक्टर की अनुपस्थिति में अतिरिक्त कलेक्टर अवधेश टंडन से उनके कार्यालय में मिलकर अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा है। संघ की 5 मांगों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को भी अन्य अर्ध शासकीय कर्मियों की तरह 50 लाख रुपए का बीमा लाभ देने,अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि, कार्यों के दौरान आवश्यक सुरक्षा संसाधन पीपीई किट आदि उपलब्ध कराने,सेवानिवृत्त होने वाले कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को संघ द्वारा पूर्व सुझाव के अनुसार एकमुश्त राशि प्रतिमाह पेंशन निर्धारण शामिल है।


जैसा कि सभी को ज्ञात है कि देश व प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ता चला जा रहा है ।और तभी से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की ड्यूटी संक्रमण से ग्रसित और अन्य राज्यों से आने जाने वालों की जानकारी लेने के लिए लगाई जा रही है। इसी तरह कोरोनावायरस से सावधानी और बचाव की जानकारीदेने के लिए भी कार्यकर्ताओं के द्वारा आमजन खासकर संक्रमित एरिया में नियमित रूप से किया जा रहा है। वहीं घर-घर जाकर गर्भवती एवं शिशुवती माताओं और बच्चों को पोषण आहार का वितरण के साथ-साथ अनौपचारिक शिक्षा पढ़ाई तुमहर द्वार द्वारा शासन के दिशा निर्देश अनुसार सतत प्रदान की जा रही है। सर्वे का कार्य भी अलग से किया जा रहा है। ऐसे विषम परिस्थिति में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर भी संक्रमण का खतरा गंभीर रूप से बना हुआ है।


संघ ने अपना स्मृति ईरानी कैबिनेट मंत्री महिला बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन एवं कलेक्टर बिलासपुर के नाम से सौंपा गया है। संघ के प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष सुनीता सिंह के अलावा जिला सचिव भारती, सीता शुक्ला, मिश्रा नीतू सोमवार, चिंतामणि कोमल मेश्राम, नीता मेश्राम राधा बोले आदि शामिल थे।