कोरोना प्रभावित देशों में स्पेन को पीछे छोड़ भारत 5वें नंबर पर, 2 लाख 45 हजार से अधिक मरीज; 6600 से ज्यादा मौत


नई दिल्ली। भारत स्पेन को पीछे छोड़कर कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित दुनिया का पांचवां देश बन गया है। अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़कर दो लाख 45 हजार 670 हो गए हैं, जबकि 6600 से अधिक लोगों की मौत हुई है।

पिछले 24 घंटे से भी कम समय में भारत इस महामारी के मामलों की संख्या की दृष्टि से इटली और स्पेन से भी आगे निकल गया। अब अमेरिका, ब्राजील, रूस और ब्रिटेन ही इस मामले में उससे आगे हैं। इस विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार स्पेन में अब तक इस महामारी के 2 लाख 41 हजार 310 मामले सामने आ चुके हैं।

विशेषज्ञों का दावा: सितंबर के दूसरे हफ्ते तक देश से खत्म हो सकती है महामारी, मैथ्स के बैली मॉडल से किया अध्ययन, यूरोप के कई देशों में नतीजा सही निकला


नई दिल्ली। देश से कोरोना संक्रमण सितंबर मध्य तक खत्म हो सकता है। यह दावा स्वास्थ्य महानिदेशालय के उप-महानिदेशक (पब्लिक हेल्थ) डॉ. अनिल कुमार और सहायक उप-महानिदेशक (लेप्रोसी) डॉ. रुपाली रॉय ने मैथ्स के बैली मॉडल के आधार पर अध्ययन करने के बाद किया है। यह स्टडी रिपोर्ट एपिडेमीलॉजी इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

इस अध्ययन में मैथमैटिकल बेस्ड बैली मॉडल को आधार माना गया है। इसके अनुसार कोई भी महामारी तब खत्म हो जाती है, जब संक्रमित लोगों की संख्या के बराबर लोग उस बीमारी से ठीक हो जाएं या उनकी मौत हो जाए। मतलब संक्रमितों के बराबर उससे ठीक होने और मरने वालों की संख्या या फिर दोनों की मिलाकर कुल संख्या होनी चाहिए।महामारी के आकलन के लिए बैली मॉडल रिलेटिव रिमूवल रेट यानी बीएमआरआरआर निकाला जाता है। यह बीमारी से ठीक हुए और मर चुके लोगों की संख्या के आधार पर तय होता है।

मोदी-जिनपिंग केमिस्ट्री सुलझाएगी सीमा विवाद? भारत ने हर स्तर पर की जवाबी तैयारी

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच बीते कुछ वर्षों में तनाव बढ़ाने वाली कई घटनाएं हुई हैं, लेकिन डोकलाम के बाद लद्दाख इलाके में चल रहे विवाद ने तनाव को चरम पर पहुंचाया है। जानकारों का मानना है कि समय कितना भी लगे, पर दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व के बीच बीते कुछ वर्षों में बनी सहमति विवाद को निपटाने का प्रमुख आधार है। मोदी-जिनपिंग केमिस्ट्री से विवाद सुलझ सकता है।


वुहान और महाबलीपुरम की अनौपचारिक बैठकों में तय हुआ था कि दोनों देश विवाद को तय नीतियों के तहत निपटाएंगे। इसी के जरिए सीमा पर तनाव कम करने की कोशिश भी हो रही है। विदेश मंत्रालय ने परस्पर बातचीत में शांति व स्थिरता के लिए दोनों देशों में पूर्व में हुए समझौतों को आधार बनाया है।

अनलॉक 1 में बढ़े मामलों से सख्ती के मूड में केंद्र, दफ्तर-बाजार पर नजर

नई दिल्ली। एक जून से शुरू हुए अनलॉक वन के दौरान देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी से सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं। केंद्र को विभिन्न राज्यों से जो जानकारी मिली है उसमें इसकी वजह छूट के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और सुरक्षात्मक उपायों के दिशानिर्देश पर अमल ना हो पाना है। जल्द ही सरकार दिशानिर्देशों के पालन के लिए सख्ती कर सकती है।


देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लंबे समय तक लॉकडाउन नहीं रखा जा सकता है, लेकिन छूट के दौरान संक्रमितों की संख्या चिंता का सबब बनती जा रही है। दूसरे देशों में जहां लॉकडाउन के बाद संख्या में कमी आई है, वहीं भारत के हालात विपरीत हैं। कोरोना की मृत्यु दर में कमी थोड़ी राहत देती है, पर दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों के हालात अब भी काबू में नहीं आ पाना सबसे बड़ी चिंता का कारण है।

बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अमित शाह की पहली वर्चुअल रैली आज


पटना। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह की पहली वर्चुअल रैली आज (रविवार) को होगी। शाम चार बजे से शुरू होने वाली इस रैली को पार्टी ने ‘बिहार जनसंवाद कार्यक्रम’ नाम दिया है।

भाजपा का दावा है कि देश में पहली बार किसी राजनीतिक दल द्वारा इस तरह की डिजिटल रैली हो रही है। इसको बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देजनर भाजपा द्वारा कार्यकर्ताओं से संपर्क साधने का विधिवत प्रारंभ भी माना जा रहा है।
बिहार चुनाव के मद्देनजर इस रैली को अहम माना जा रहा है। हालांकि पार्टी नेताओं का कहना है कि अमित शाह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर केंद्र की उपलब्धियों पर विस्तार से अपनी बात रखेंगे।

छत्तीसगढ़ में कल से खुलेंगे धार्मिक स्थल:मंदिरों में बाहर का प्रसाद नहीं, मस्जिदों में फर्श पर नमाज और चर्च के बाहर मिलने-जुलने पर पाबंदी; गुरुद्वारों में लंगर

रायपुर। धार्मिक स्थानों को 8 जून से खोलने का फैसला केंद्र ने राज्य सरकाराें पर छोड़ दिया था। छत्तीसगढ़ सरकार ने शनिवार की शाम नई गाइडलाइन जारी कर धार्मिक स्थानों को खोलने की अनुमति दे दी है। राज्य सरकार का आदेश आने के बाद धार्मिक केंद्रों ने भी संक्रमण से सुरक्षा के लिए जरूरी कवायद शुरू कर दी है।


कई मंदिर-मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारों में शनिवार की देर रात तक सेनिटाइजर टनल इंस्टॉल करने का काम चलता रहा। धार्मिक स्थलों पर आने-जाने वालों को सभी नियमों का पालन करना होगा। इन सभी जगहों में किसी को भी बिना मास्क प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंदिर आने वाले लोगों से कहा गया है कि वे बाजार से लाया हुआ प्रसाद न चढ़ाएं। मस्जिदों में लोग कालीन या चटाई के बजाय फर्श पर नमाज पढ़ेंगे। गिरजाघरों में अब भी लोगों के आने-जाने पर पाबंदी रहेगी। ईसाई समाज के प्रमुखों के फैसला होने तक ऑनलाइन आराधना ही जारी रहेगी। इधर, गुरुद्वारों में लंगर तो होगा, लेकिन लोगों को बिठाकर खिलाने के बजाय उन्हें पार्सल दिया जाएगा।

एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ने शुरू किया इनक्यूबेशन सेंटर, यूनीक बिजनेस आइडिया है तो देंगे 25 लाख की ग्रांट


रायपुर। यंग आंत्रप्रेन्याेर्स के लिए अच्छी खबर है। इनाेवेटिव बिजनेस आइडियाज काे बढ़ावा देने के मकसद से इंदिरा गांधी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में इनक्यूबेशन सेंटर शुरू किया गया है। इसका नाम रखा गया है ‘रफ्तार एग्रीबिजनेस इन्क्यूबेटर’ (आर-एबीआई)। युवाओं काे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी टेक्नाेलाॅजी से कृषि क्षेत्र में बड़े बदलाव लाने और यूनीक आइडियाज पर काम करने के लिए माेटिवेट करने के लिए इसकी शुरुआत की गई है।


इसके तहत स्टार्टअप शुरू करने और उसे आगे बढ़ाने के लिए 5 लाख से 25 लाख रुपए तक की ग्रांट दी जाएगी। सेंटर के सीईओ डॉ. हुलास पाठक ने बताया कि इनक्यूबेशन सेंटर्स से जुड़ने के लिए रजिस्ट्रेशन प्राेसेस शुरू कर दी गई है।

अब आधे घंटे में होंगी दो रजिस्ट्रियां, पंजीयन के लिए नया अपॉइंटमेंट व्यवस्था चालू

रायपुर। पंजीयन विभाग में दस्तावेजों के पंजीयन के लिए अपॉइंटमेंट व्यवस्था चालू की गई है। 6 जून से अपॉइंटमेंट व्यवस्था में थोड़ा परिवर्तन किया गया है। पहले हर आधे घंटे में दो अपॉइंटमेंट ग्रहण किए जा रहे थे परंतु अब दस्तावेजों की संख्या अधिक होने के कारण प्रत्येक आधे घंटे में पंजीयन कार्यालय में दस्तावेज पंजीयन के लिए तीन अपॉइंटमेंट लिए जा सकेंगे।

6 जून और उसके बाद पूर्व में यदि कोई आवेदक द्वारा अपॉइंटमेंट लिया गया है तो सिस्टम द्वारा उसे निरस्त कर दिया जाएगा और उन्हें एसएमएस भेज कर अनुरोध किया जाएगा कि वह नए व्यवस्था के तहत अपॉइंटमेंट प्राप्त करना होगा। पहले आनलाइन अपॉइंमेंट व्यवस्था से पक्षकारों को सुविधा हुई है तथा दस्तावेजों को पंजीयन आसानी से किया जा रहा है। चूंकि अभी भी कोरोना वायरस का खतरा विद्यमान है। पंजीयन कार्यालय में फिजिकल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों का पालन करना आवश्यक है। आगे भी पंजीयन कार्यालय में अपॉइंटमेंट प्रणाली ही चालू रहेगी।

24 हफ्ते की बच्ची का जन्म, लम्बाई 20 सेमी और वजन आधा किलो भी नहीं!


रायपुर/जगदलपुर। सिर्फ 24 हफ्ते में किसी बच्चे का जन्म सकता है। वजन महज 440 ग्राम हो और लम्बाई 20 सेंटीमीटर। क्या वह जीवित रह सकता है ?अब तक भारत में ऐसा कोई केस रिपोर्ट नहीं है। मगर, धुर माओवाद प्रभावित जिले बीजापुर अंतर्गत भैरमगढ़ सामुदायिक केंद्र (सीएचसी) के डॉक्टरों ने ऐसा कर दिखाया।


जानकारी के अनुसार 5 जून को भैरमगढ़ सीएचसी में प्रसव पीड़ा के साथ राजेश्वरी गोंडे पहुंची। डॉक्टरों को बताया कि अभी 24 हफ्ते का ही गर्भ है। मां की तेज प्रसव पीड़ा कहीं जच्चा-बच्चा दोनों के लिए परेशानी न पैदा कर दे, डॉक्टरों ने प्रसव करवाने का फैसला लिया। जन्म के बाद डॉक्टर भी बच्चे को देखकर हैरान थे क्योंकि बच्चे गर्भधारण के 36वें से 40वें हफ्ते में जन्म लेते हैं। तब तक उनका हर एक अंग विकसित हो चुका होता है। इसके पहले जन्म लेने वाले बच्चों को प्री-मे’योर बेबी कहा जाता है।

ढाई माह से बसों का परिचालन बंद, व्यवसाय से जुड़े लोगों के सामने रोजगार की समस्या

रायपुर। कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में पिछले ढाई माह से बसों का परिचालन नहीं होने से संचालक सहित इससे जुड़े सैकड़ों परिवारों की समस्या बढ़ गई है। लॉकडाउन में पिछले 22 मार्च से बसों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया है।

शहर सहित इलाकें में आम दिनों में हजार से अधिक छोटे बड़े यात्री बसों द्वारा दो से चार फेरे में बसों का परिचालन किया जाता है। पिछले ढाई माह से बस सेवा बंद होने से इनके संचालक, चालक, परिचालक, बस स्टैंड मुंशी, हेल्पर, हमाल, कुली सहित अन्य दुकानदारों का अब तक राहत नही मिल पाई है। लॉकडाउन पांच में लगभग सभी सेवाएं भी धीरे-धीरे शुरू कर दी गई है लेकिन बसों के परिचालन को लेकर किसी प्रकार की व्यवस्था और दिशा निर्देश जारी नही किए गए हैं।