नई दिल्ली। लद्दाख की गलवान घाटी घटना के बाद देश का माहौल गरम है और हर कोई चीन को सबक सिखाने की मांग कर रहा है। इस मुद्दे पर आज पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी समेत 15 राजनीतिक दल शामिल हुए। बैठक में सभी पार्टी के नेताओं ने कहा कि हम सरकार और देश के जांबाजों के साथ मजबूती से खड़े हैं।


आइए जानते हैं किस पार्टी के नेताओं ने क्या कहा

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार ने सभी को इस मामले में अंधेरे में रखा। हम आज भी यह नहीं जानते हैं कि आखिरकार चीनी सैनिक कब लद्दाख सीमा में घुसे। उन्होंने सरकार से इस मामले में इंटेलिजेंस फेलियर को लेकर भी सवाल पूछा। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि अब महत्वपूर्व सवाल यह है कि हमारा अगला कदम क्या होगा।

भारत ‘मजबूत’ है, ‘मजबूर’ नहीं- उद्धव ठाकरे

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सब एक हैं। हम सब प्रधानमंत्री मोदी के साथ मजबूती से खड़े हैं। हम अपनी देश की सेना और उनके परिवार के साथ खड़े हैं। भारत शांति चाहता है, इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। चीन हमेशा से धोखेबाज रहा है। भारत ‘मजबूत’ है, ‘मजबूर’ नहीं है। हमारी सरकार ‘आंखें निकाल कर हाथ में दे देने’ की क्षमता रखती है।

सर्वदलीय बैठक से जाएगा मजबूत संदेश- ममता

टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस मामले को लेकर सर्वदलीय बैठक से देश में सकारात्मक और मजबूत संदेश जाएगा। यह संदेश देगा कि पूरा देश सेना के जवानों के साथ एकजुट होकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि चीन में लोकतंत्र नहीं है और भारत एक लोकतांत्रिक देश है। चीन जो चाहे, वह कर सकता है क्योंकि वहां तानाशाही है। हमारे देश में लोकतंत्र है और यहां सारा काम मिलकर और एकजुट होकर करना पड़ता है। ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि चीन को भारतीय टेलिकॉम, रेलवे , एविएशन सेक्शन में घुसने से रोकना होगा। हमे कुछ परेशानी जरूर होगी, लेकिन हर हाल में उसे रोकना ही होगा।

सैनिक निहत्थे थे या हथियार के साथ, इसपर चर्चा नहीं-पवार

नैशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख और देश के पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने कहा कि उस दौरान सैनिक निहत्थे था या उनके पास हथियार था यह मामला अंतर्राष्ट्रीय अग्रीमेंट से जुड़ा है। हमें ऐसे गंभीर मामलों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। बता दें कि राहुल गांधी ने इस सवाल को उठाया था।

अमेरिका का अलायंस ना बने भारत- डी राजा

सीपीआई नेता डी राजा ने कहा कि हमें वर्तमान समय में संभल कर कदम रखने होंगे। अमेरिका लगातार कोशिश कर रहा है कि हम उनके पाले में आ जाएं, लेकिन हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। अपनी बात कहते हुए उन्होंने पंचशील समझौते का जिक्र किया।

बॉर्डर पर जारी रहे इन्फ्रास्ट्रक्चर का काम- संगमा

एनपीपी के कॉनरैड संगमा ने कहा कि बॉर्डर एरिया पर इन्फ्रास्ट्रक्चर का काम किसी भी हाल में नहीं बंद होना चाहिए। चीन बांग्लादेश और म्यांमार में भारत के खिलाफ जो कुछ कर रहा है वह चिंताजनक है।