टीआरपी डेस्क। आमतौर पर देखने को मिल रहा है कि किसी भी कोरोना मरीज में लक्षण 10 से 15 दिन में खत्म हो जाते हैं। लेकिन वहीं एक केस भारत (India) में ही ऐसा देखने को मिला है जिसमें कोरोना ने लगभग 100 दिनों तक पीछा नहीं छोड़ा। इस नेता ने खुद माना है कि एक समय ये कहते थे कि मुझे कोराेना (corona) से कुछ नहीं होगा और बिना एहतियात बरते लोगों से मिलता रहा।

लगभग 100 दिनों के संघर्ष के बाद भरत सिंह सोलंकी ने कोरोना को हराने में सफलता हासिल की है। गुजरात कांग्रेस (Gujrat Congress) के पूर्व अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी (Bharat Solankee) से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी फोन पर बात की और उनका हालचाल पूछा। बता दें,भरत सिंह सोलंकी गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी के बेटे हैं।
मोदी ने ट्वीट कर उनकी अच्छी सेहत की कामना करते हुए कहा, “भरत सोलंकी जी से बात की और उनका कुशल क्षेम पूछा। कोविड-19 के खिलाफ 100 दिनों की लंबी लड़ाई के दौरान उन्होंने असाधारण साहस का परियच दिया है। आने वाले दिनों में उनकी अच्छी सेहत की मैं कामना करता हूं।”
22 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था

बता दें, गुजरात के आणंद जिले के बोरसाड निवासी भरत सिंह सोलंकी को 22 जून को पहले वड़ोदरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जब उनकी हालत बिगड़ी तो उन्हें 30 जून को अहमदाबाद स्थित सीआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब सोलंकी ने कहा था कि मैं अति आत्मविश्वास में आ गया था कि मुझे कुछ नहीं होगा और बिना एहतियात बरते लोगों से मिलता रहा।
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