रायपुर। कोरोना से लड़ने केंद्र सरकार ने अहम फैसला लिया है। इसके तहत एफसीआई (FCI) के पास उपलब्ध अतिरिक्त चावल से एथनॉल ( Hand Sanitizer from Rice ) बनाया जाएगा। जिसका सबसे अधिक लाभ छत्तीसगढ़ राज्य को होगा।

चावल से बनने वाले एथनॉल ( Ethanol from Rice ) का इस्तेमाल अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर ( Alcohol Based Sanitizer ) बनाने एवं पेट्रोल में मिलाने में किया जाएगा। सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति 2018 के पैरा 5.3 के मुताबिक किसी साल जब कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से तय किए गए लक्ष्य से अधिक खाद्यान की आपूर्ति होती है तो राष्ट्रीय जैव ईंधन समन्वय समिति (एनबीसीसी) से अनुमति लेकर खाद्यान्न की इस अतिरिक्त मात्रा को एथनॉल ( Hand Sanitizer from Rice ) में बदलने की अनुमति दी जा सकती है।

चावल से दूर भागेगा कोरोना

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में राष्ट्रीय जैव ईंधन समन्वय समिति (NBCC) ने ये फैसला लिया कि भारतीय खाद्य निगम (FCI) के पास उपलब्ध अतिरिक्त चावल को अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर ( Alcohol Based Sanitizer ) बनाने और एथनॉल मिश्रित पेट्रोल (EBP) कार्यक्रम के लिए एथनॉल में बदलने की अनुमति दी जाएगी।

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