नई दिल्ली। (Ayushman Sahakar Yojana) कोरोना संकट से सबक लेते हुए सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा तंत्र को मजबूत करने में जुट गई है। सरकारी चिकित्सा तंत्र को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ सरकार ने सहकारी संस्थाओं को भी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोलने की अनुमति देने का फैसला किया है। इसके साथ ही राष्ट्रीय कोऑपरेटिव विकास निगम ( National Cooperative Development Corporation ) इसके लिए उन्हें किफायती दरों पर आसान ऋण भी उपलब्ध कराएगा।

एनसीडीसी के प्रबंध निदेशक संदीप नायक ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस योजना का मुख्य फोकस ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं के ढांचे को मजबूत बनाना है। कोरोना संकट के बाद यह जरूरी हो गया है। सरकार का इस पर विशेष फोकस है।
उन्होंने कहा कि देश में 16 लाख सहकारी संस्थाएं हैं। कई राज्यों में वे कृषि, एग्रो प्रोसेसिंग के क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही हैं। Ayushman Sahakar Yojana के जरिए उन्हें चिकित्सा एवं दवा क्षेत्र में कार्य करने के लिए किफायती ऋण उपलब्ध कराए जाएंगे। सहकारी संस्थाओं को मेडिकल कॉलेज खोलने की भी अनुमति होगी और एनसीडीसी उन्हें इसके लिए ऋण उपलब्ध कराएगा।
52 अस्पताल सहकारी संस्थाओं द्वारा संचालित
उन्होंने कहा कि देश में कुल 52 अस्पताल सहकारी संस्थाओं द्वारा संचालित हैं, लेकिन अभी तक कोई ऐसी योजना नहीं थी, जो स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सहकारी संस्थाओं को सहायता प्रदान करे।
उन्होंने कहा कि 9.6 फीसदी की ब्याज दर पर एलोपैथी या आयुष अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, लैब, डाग्यनोस्टिक सेंटर, दवा केंद्र आधिक खोलने के लिए ऋण उपलब्ध कराए जाएंगे। कुल दस हजार करोड़ का फंड अभी सृजित किया गया है। सोमवार को आयुष्मान सहकार योजना ( Ayushman Sahakar Yojana ) लांच की गई है। जैसे ही आवेदन प्राप्त होंगे, उन्हें ऋण उपलब्ध कराने का कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।
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