टीआरपी डेस्क। Govardhan Puja 2020: गोवर्धन पूजा हर साल दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है। इस वर्ष गोवर्धन पूजा 15 नवंबर रविवार को मनाई जाएगी। इस पर्व पर भगवान कृष्‍ण के गोवर्धन स्‍वरूप की पूजा की जाती है और उन्‍हें 56 भोग और अन्‍नकूट का प्रसाद चढ़ाया जाता है

कहां जाता है कि इस दिन गोवर्धन पर्वत या गिरिराज पर्वत को भगवान कृष्ण ने अपनी कनिष्ठ उंगली से ऊपर उठाकर बृजवासियों की भारी बारिश से जान बचाई थी। तब से गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है।

Govardhan Puja की विधि

  1. इसके लिए आप गाय के गोबर से पहले चौक और पर्वत बनाएं और इसे अच्छे से फूलों से सजाए. अब गोवर्धन पर धूप, दीप, जल और फल आदि रखें और कथा पढ़ें
  2. जब पूजा हो जाए तो गोवर्धन की सात बार परिक्रमा करें, इस दौरान आपके हाथों में जल होना चाहिए आप उसे किसी लोटे में लें, ध्यान रहे कि परिक्रमा के वक्त जल थोड़ा-थोड़ा गिरता रहना चाहिए.
  3. गोवर्धन पूजा में अन्‍नकूट का प्रसाद जरूर चढ़ाएं और पूजा के बाद घर के सभी सदस्‍यों को यह प्रसाद ग्रहण करने के लिए दें.
  4. शाम को चांद के दर्शन ना करें, यदि आप इस तरह पूरे विधि-विधान के साथ गोर्वधन पूजा करते हैं तो आपको भगवान कृष्‍ण के आशीर्वाद के साथ-साथ धन, संतान और गौ रस सुख भी प्राप्‍त होता है।

शुभ मुहूर्त

इस बार कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा तिथि 15 नवंबर की सुबह 10 बजकर 36 मिनट पर आरंभ हो रही है, जो 16 नवंबर की सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक रहेगी। गोवर्धन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त दोपहर 03 बजकर 19 मिनट से संध्या 05 बजकर 26 मिनट तक है।

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