रायपुर। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए पुलिस विभाग के अफसरों पर जमकर नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने राजधानी समेत आसपास के इलाकों में रोजाना हो रही चाकूबाजी तथा अन्य वारदाता को रोकने के लिए अपने कामों में बदलाव करने के निर्देश दिए।

उन्होंने थाने में बैठकर डायरी लिखने की बजाए भीड़ वाले इलाकों में जाकर पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान आपराधिक तत्व के लोग पकड़े जा सकें और आम नागरिक सुरक्षित महसूस करें।

बढ़ती ही जा रही है अपराधिक घटनाएं

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि राजधानी समेत प्रदेश के कुछ जिलों में लगातार चाकूबाजी की घटनाओं के साथ ही अन्य अपराधिक घटनाएं बढ़ती ही जा रही है, लेकिन इन मामलों में जो भी अपराधी है वे जल्द ही पकड़े जाएंगे और उन्हे बख्शा नहीं जाएगा।

आपराधिक घटनाओं के बढ़ने का प्रमख कारण लॉकडाउन के दौरान काम बंद होना है। बाहर कमाने-खाने गए लोग वहां रहकर एक लाख रुपये कमाते थे लेकिन वापिस आने के बाद 10 हजार रुपये भी नहीं कमा पा रहे है। इस कारण वे आपराधिक प्रवृत्ति के हो गए है इसी कारण चाकूबाजी और लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दे रहे है।

राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान मनरेगा के तहत गांव-गांव में राहत काम शुरू करवाया और यहां के लाखों लोगों को काम दिलाया उन्हें राहत दिलवाने में कामयाब रहे। लेकिन शहरों में ऐसा नहीं हो पाया, लेकिन फिर भी राज्य सरकार द्वारा इन जगहों पर रोजगार उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है ताकि उनकी आर्थिक स्थिति सुधर सकें।

पुलिस विभाग में स्टाफ की कमी को दूर करने का किया जाएगा प्रयास

ताम्रध्वज साहू ने कहा कि आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस स्टॉफ की कमी नहीं है। लेकिन फिर भी ऐसी बात आती है तो पुलिस विभाग में स्टाफ की भर्ती कर उसकी कमी को भी दूर करने का प्रयास किया जाएगा। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि आम जनता के मन में पुलिस के प्रति सम्मान और अपराधियों के मन में भय हो ऐसा प्रयास किया जा रहा है।

पुलिस अभी फिलहाल नशे और जुआ खेलने वालों पर फोकस रही है और इसमें उसे सफलता भी मिल रही है। लेकिन शहर में आए दिन हो रहे चाकूबाजी की घटनाओं का लेकर उन्होंने अफसरों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए अपने काम में बदलाव लाने की जरुर है। साथ ही शाम को डायरी लिखने के बजाए शहर के प्रमुख बाजारों में निकलकर भीड़ वाली जगहों पर घूमकर दौरा करें और आपराधिक कृत्य जैसे व्यक्तियो के दिखने पर उन्हें पकड़कर कड़ाई से पूछताछ किया जाना चाहिए ताकि आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाया जा सकें।

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही पुनर्वास नीति के तहत छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है और उनकी घर वापसी के बाद उन्हें रोजगार के लिए प्रोत्साहन राशि भी प्रदान किया जा रहा है। अभी हाल में 227 नवआरक्षक युवा आरक्षक बने जिनमें से 121 सरेंडर नक्सली शामिल है। यह राज्य सरकार के लिए महत्वपूर्ण उपलब्ध है।