टीआरपी डेस्क। दिग्गज नेता अहमद भाई पटेल के निधन से रिक्त कांग्रेस कोषाध्यक्ष पद को भरने की कवायद शुरू हो गई है। मगर कांग्रेस के सामने अब अहम सवाल यह है कि किसे कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जाए?

कांग्रेस में अध्यक्ष के बाद सबसे अहम पद कोषाध्यक्ष माना जाता है, इसलिए पार्टी इस मामले पर जल्द फैसला करना चाहती है । इसकी सबसे बड़ी वजह अगले साल होने वाले पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हैं। इनमें पश्चिम बंगाल और असम सबसे महत्वपूर्ण हैं।

इनके नामों की है चर्चा

कांग्रेस कोषाध्यक्ष के पद के लिए पार्टी के अंदर तीन भरोसेमंद और कद्दावर नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। इस पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और मिलिंद देवड़ा के नाम सबसे आगे हैं।

तो गड़बड़ा जाएगा सत्ता का गणित

इस पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विश्वासपात्र हो सकते हैं किंतु ऐसी कम ही संभावना है कि वे मुख्यमंत्री पद छोड़ेंगे। साथ ही उन्हें दिल्ली आने से राजस्थान में सत्ता का गणित भी गड़बड़ा सकता है।

मप्र में नए कांग्रेस अध्यक्ष की सुगबुगाहट

कमलनाथ या वेणुगोपाल के नाम पर मुहर लगने की उम्मीद जताई जा रही है। मध्य प्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदलने की भी चर्चा शुरू हो गई है। कमलनाथ खुद भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद भी छोड़ना चाहते हैं। ऐसे में कमलनाथ कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिल सकती हैं। इसके साथ एक बार फिर मिलिंद देवड़ा का नाम चर्चा में हैं।

पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल इस पद के लिए मजबूत दावेदार हैं। अभी वह बतौर महासचिव संगठन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उनकी ईमानदारी भी निर्विवाद है। राहुल गांधी भी उनपर बहुत भरोसा करते हैं। ऐसे में हो सकता है कि वेणुगोपाल को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी देते हुए संगठन का प्रभार किसी दूसरे को दे दिया जाए। ऐसे में वेणुगोपाल को बहुत मजबूत दावेदार माना जा रहा है।

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