रायपुर। प्रदेश में राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ भाजपा नेता भी उठा रहे हैं। इन दिनों सोशल मीडिया में एक लिस्ट जमकर वायरल हो रही है। जिसमें बताया गया है कि भाजपा के किस नेता ने किसान बनकर कितनी राशि योजना के तहत हासिल की है। यानि उन्होंने कितना क्विंटल धान बेचा और इसके बदले में उनके खाते में कितनी राशि स्थानांतरित हुई है!

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी किसान योजना का विरोध कर रही है। वहीं सोशल मीडिया में वायरल इस लिस्ट ने सियासत गरमा दिया है। बीजेपी ने इस योजना को किसानों से ठगी की योजना बताया है। वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने 3 सूची सार्वजनिक करते हुए कहा है कि भाजपा या तो न्याय योजना का लाभ लिए बगैर धान बेचे। यदि वे लाभ लेते हैं तो इस योजना का विरोध करना बंद करें। आपको बता दें कि कांग्रेस प्रवक्ता द्वारा जारी इस लिस्ट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समेत प्रदेश बीजेपी के कई बड़े दिग्गजों के नाम शामिल हैं।

किसानों की लिस्ट में इन भाजपा नेताओं के हैं नाम

वायरल लिस्ट के अनुसार राजीव गांधी किसान योजना का लाभ लेने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, रमन सिंह के बेटे पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, नेता-प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक, पूर्व मंत्री पुन्नलाल मोहिले सहित कई बीजेपी नेताओं के नाम शामिल हैं।

भाजपा नेताओं को मिला न्याय योजना से लाभ

कांग्रेस द्वारा जारी सूची के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को 26 हजार 612, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक को 25 हज़ार 29 रुपये मिलो। वहीं पूर्व सांसद अभिषेक सिंह को 24 हज़ार 94 रुपये, पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर को 16 हज़ार 902 रुपये मिले। पूर्व मंत्री दयालदास बघेल को 48 हज़ार 520, पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले को 56 हज़ार 15 रुपये पहली किश्त के रूप में मिले।

बगैर लाभ लिए धान बेचें या फिर विरोध करना छोड़ें भाजपा

कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि अब जब बीजेपी के बड़े नेता एक तरफ खुद ही इस योजना का लाभ ले रहे हैं तो उन्हें कोई नैतिक अधिकार नहीं है कि वो इस पर सवाल उठाएं।

अपने दोहरे चेहरे के उजागर होने से बेहतर है क्या सच है उसकी जानकारी दें। इस बात की जानकारी प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी और पीयूष गोयल को भी दी जाए कि छत्तीसगढ़ में न्याय योजना से इसका विरोध करने वाले भाजपाईयों को भी मिल रहा है।

अगर वे इस योजना के विरोध में हैं तो इस योजना से मिली राशि बीजेपी के समस्त कार्यकर्ताओं को शासन को वापस करनी चाहिए। तीनों सूची सार्वजनिक करते हुए सवाल किए हैं कि यह सच है या गलत है। अगर यह सहीं जानकारी है तो बीजेपी क्यों इस योजना का विरोध कर रही है। यह गलत है तो सामने आकर खंडन करें और बीजेपी के नेता अपने खाते को सार्वजनिक करें। कि शासन से उनके खाते में कोई रकम नहीं आया है।

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