टीआरपी डेस्क। हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद 62 वर्षीय रामस्वरूप शर्मा का दिल्ली के अस्पताल में निधन ( MP Ramswaroop Sharma Passed Away ) हो गया। वह कुछ समय से अस्वस्थ थे लेकिन अब उनके स्वास्थ्य में सुधार बताया जा रहा था। मगर इसी बीच अचानक उनके निधन की खबर आई है।

ऐसी कयास लगाई जा रही है कि उन्होंने आत्महत्या की है। लेकिन इसकी अभी पुष्टी नहीं की जा सकी है। उन्होंने दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली। बता दें कि रामस्वरूप शर्मा अपनी बीमारी की वजह से डिप्रेशन में थे। मंडी के शिवरात्रि महोत्सव के शुभारंभ पर 12 मार्च को जब लोगों ने उनकी हालत देख हर कोई स्तब्ध था।
रामस्वरूप शर्मा खुद को मोदी का सुदामा बताते थे, उन्होंने मंडी का नाम छोटी काशी के रूप में उभारा। रामस्वरूप शर्मा ने 1985 तक एनएचपीसी में नौकरी की थी व कबड्डी के खिलाड़ी भी रहे। चंबा में इसी दौरान आरएसएस से जुड़ गए व प्रचारक बन गए। उसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा का टिकट मिला।
2014 में नरेंद्र मोदी की लहर के बीच उन्होंने कांग्रेस कद्दावर नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को हराया था। सामान्य परिवार से संबंध रखने वाले रामस्वरूप शर्मा मूलत मंडी जिला के जोगेंद्रनगर के रहने वाले थे। संगठन के कार्यों में भी वह सक्रिय रहते थे। पार्टी पदाधिकारी व कुछ उनके करीबी लोग दिल्ली के लिए रवाना हुए। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सांसद रामस्वरूप शर्मा के निधन पर शोक जताया है। सांसद के मुख्यमंत्री के साथ अच्छे संबंध थे।