नक्सलियों
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टीआरपी डेस्क। नक्सलियों ने पैसेंजर ट्रेन गिराने की बड़ी साजिश रची थी मगर ट्रेन पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया, नक्सलियों ने नेरली और बचेली के बीच जंगल मे करीब 40 फिट ऊपर बनी ब्रिज के ऊपर पटरी काट दी थी ताकि ट्रेन नीचे गिर जाये मगर वे अपने नापाक मनसूबे में कामयाब नहीं हो पाये।

दरअसल प्रतिदिन किरंदुल से विशाखापत्तनम के बीच पेसेंजर ट्रेन संचालित होती है.शुक्रवार की शाम विशाखापत्तनम से जगदलपुर पहुँचने के बाद ट्रेन किरंदुल के लिये शाम को रवाना हुई करीब 7:30 बजे पैसेंजर नेरली और बचेली के बीच जंगल मे पहुँची तो ट्रेन पायलट को लगा कि पटरी में कुछ गड़बड़ी है और उन्होंने फौरन ब्रेक लगा दी फिर भी एक इंजन और बोगी डिरेल हो गई।

खाई में गिरने से बच गई ट्रेन

इस घटना के दौरान सौभाग्य से ट्रेन पुल के नीचे 40 फीट गहरी खाई में नही गिरी, वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था, घटना के वक्त ट्रेन में 35 यात्री और 4 क्रू मेंबर सवार थे।

भारत बंद के पर्चे और बैनर छोड़े

नक्सलियों ने नक्सलियों ने पटरी पर कई पर्चे और बैनर टांगे हैं, जिमसें 26 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान किया गया है। रात में ही सभी बोगियों को दूसरे इंजन के माध्यम से निकटतम स्टेशन तक खींच कर ले जाया गया। दंतेवाडा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर तुरंत थाने से बल भेजा गया और क्रू मेंबर सहित सभी 35 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया।

पुल के दोनों तरफ काट दी थी पटरी

एस पी अभिषेक पल्लव ने बताया कि नक्सलियों ने ब्रिज के ऊपर दोनों तरफ और पुल के आखिर में पटरी काटी थी उनका मकसद ट्रेन को डिरेल कर बड़े हादसे को अंजाम देने का था, पर वे कामयाब नही हो पाए। वक्त रहते पायलेट ने ब्रेक लगा दी जिससे बड़ा हादसा टल गया। फिलहाल रेल्वे द्वारा पटरी मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है।

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