टीआरपी डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह 11 बजे से अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिये देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ‘मन की बात’ में कोरोना से बचाव से और संक्रमण से निपटने के लिए जारी तैयारियों पर चर्चा की। पीएम ने लोगों को जागरूक करने और हौसला बढ़ाने के लिए कोरोना संकट में सेवाएं दे रहे डॉक्टर, नर्स, एंबुलेंस चालक और कोरोना को मात देने वाले लोगों से बातचीत भी की।

बहुत से अपने हमें असमय छोड़कर चले गए

प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि आज मैं आपसे मन की बात एक ऐसे समय कर रहा हूं, जब कोरोना हम सभी के धैर्य हम सभी के दुख बर्दाश्त करने की सीमा की परीक्षा ले रहा है। बहुत से अपने हमें असमय छोड़कर चले गए। उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर का सफलतापूर्वक मुकाबला करने के बाद देश हौसले से भरा हुआ था, आत्मविश्वास से भरा हुआ था, लेकिन इस तूफान ने देश को झकझोर दिया है।

प्रधानमंत्री मोदी मन की बात कार्यक्रम ऐसे समय संबोधित कर रहे हैं, जब देश में कोरोना संकट के कारण गंभीर स्थिति बनी हुई है। कोरोना संक्रमण के प्रतिदिन रिकॉर्ड नए मरीज मिलने के साथ ही मरने वालों की संख्या में भी इजाफा जारी है। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी पैदा हो गई है, जिसकी वजह से मरीजों की जान पर बन आई है।

विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों के सलाह की जरूरत

पीएम मोदी ने कहा कि इस समय हमें इस लड़ाई को जीतने के लिए विशेषज्ञों और वैज्ञानिक सलाह को प्राथमिकता देनी है। राज्य सरकार के प्रयत्नों को आगे बढ़ाने में भारत सरकार पूरी शक्ति से जुटी हुई है। राज्य सरकारें भी अपना दायित्व निभाने की पूरी कोशिश कर रही हैं।

‘मन की बात’ में इन लोगों से की पीएम ने बात

‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने मुंबई के डॉक्टर शशांक, श्रीनगर के डॉक्टर नाविद, रायपुर के एक अस्पताल की नर्स सिस्टर भावन ध्रुव, बंगलुरु के केसी जनरल अस्पताल की नर्स सिस्टर सुलेखा, एंबुलेंस चालक प्रेम वर्मा और गुरुग्राम की कोरोना फाइटर प्रीति से बात कर उनके अनुभव पूछे। 

 सही सोर्स से ही ले जानकारी

पीएम मोदी ने कहा, ”मैं आप सबसे आग्रह करता हूं, आपको अगर कोई भी जानकारी चाहिए हो, कोई और आशंका हो तो सही सोर्स से ही जानकारी लें। आपके जो फैमली डॉक्टर हो, आस-पास के डॉक्टर हों, आप उनसे फोन से संपर्क करके सलाह लीजिए। ”

उन्होंने कहा, ”मैं देख रहा हूं कि हमारे बहुत से डॉक्टर भी ये जिम्मेदारी स्वयं उठा रहे है। कई डॉक्टर सोशल मीडिया के जरिये लोगों को कोरोना से संबंधित जानकारियां दे रहे हैं। फोन और व्हाट्सएप पर भी काउंसलिंग कर रहे हैं। कई अस्पतालों की वेबसाइटों पर जानकारियां उपलब्ध हैं और आप वहां डॉक्टर से परामर्श भी ले सकते हैं। ये बहुत ही सराहनीय है।”

वैक्सीन को लेकर न फैलाएं अफवाह: मोदी

पीएम ने कहा कि कोरोना के इस संकट काल में वैक्सीन की अहमियत सभी को पता चल रही है, इसलिए मेरा आग्रह है कि वैक्सीन को लेकर किसी भी अफवाह में न आएं। भारत सरकार की तरफ से अभी मुफ्त वैक्सीन का जो कार्यक्रम चल रहा है, वो आगे भी चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की तरफ से मुफ्त वैक्सीन का जो कार्यक्रम अभी चल रहा है, वो आगे भी चलता रहेगा। मेरा राज्यों से भी आग्रह है कि वो भारत सरकार के इस मुफ्त वैक्सीन अभियान का लाभ अपने राज्य के ज्यादा से ज्यादा लोागें तक पहुंचाएं।

मरीज तक एंबुलेंस लेकर पहुंचते ‘देवदूत’

‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने लैब टेक्नीशियन और एंबुलेंस ड्राइवर जैसे फ्रंटलाइन वर्कर की विपरीत परिस्थितियों में दिन रात सेवा देने के लिए सराहना की। पीएम ने कहा कि डाॅक्टर और नर्स स्टाफ के साथ इस समय लैब टेक्नीशियन और एंबुलेंस ड्राइवर जैसे फ्रंटलाइन वर्कर भी भगवान की तरह ही काम कर रहे हैं। जब कोई एंबुलेंस किसी मरीज तक पहुंचती है, तो उन्हें एंबुलेंस ड्राइवर देवदूत जैसा ही लगता है। इस दौरान पीएम मोदी ने प्रेम वर्मा नाम के एक एंबुलेंस चालक से बात की।