रायपुर। रायपुर शहर में बड़ी संख्या में नाबालिग बच्चों व युवा वर्ग के द्वारा प्रतिबंधित दवाईयों का सेवन नशे के लिए किया जा रहा है। ऐसे लोगों को दवाईयां बेचने वालों की खोजबीन में लगी पुलिस को अच्छी सफलता मिली है। पुलिस ने देवेंद्र नगर इलाके में सक्रिय 03 युवकों को पकड़ा है, जिनके पास से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं बरामद की गईं।

पुलिस की घेरेबंदी में फंसे युवक
- सायबर सेल की टीम को सूचना मिली थी कि शास्त्री नगर फोकट पारा देवेन्द्र नगर स्थित स्वामी नारायण मंदिर के पास कुछ व्यक्ति प्रतिबंधित नशीली टेबलेट बिक्री कर रहे है। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में सायबर सेल एवं थाना देवेन्द्र नगर की संयुक्त टीम द्वारा संबंधित स्थान में जाकर देखने पर पाया गया कि तीन व्यक्ति प्रतिबंधित नशीली टेबलेट बिक्री कर रहे है, जिस पर टीम द्वारा व्यक्तियों से बातचीत का प्रयास करने पर वह लोग भागने लगे जिन्हें टीम द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ करने पर इन्होंने अपना नाम देवेन्द्र कुमार महंत, प्रभीत जगत एवं अब्दुल असलम होना बताया। टीम द्वारा तीनों की तलाशी लेने पर उनके पास 20 स्ट्रीप प्रतिबंधित नशीली टेबलेट नाइट्राजेपम रखा होना पाया गया।



NDPS एक्ट के तहत हुई कार्रवाई
- तीनों युवकों द्वारा प्रतिबंधित नशीली दवाएं बिक्री करने के संबंध में किसी प्रकार का वैध दस्तावेज या कागजात प्रस्तुत न कर टीम को लगातार गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। जिस पर टीम द्वारा तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 20 स्ट्रीप में रखें कुल 200 नग प्रतिबंधित नशीली टेबलेट नाइट्राजेपम एवं 03 नग माबाईल फोन जप्त किया गया। तीनों के विरूद्ध थाना देवेन्द्र नगर में एन.डी.पी.एस. एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया। नशे का काला कारोबार करने वाले कारोबारियों के विरूद्ध रायपुर पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
बिना पर्ची कैसे मिल जाती हैं ये दवाएं ..?
गौर करने वाली बात यह है कि ये दवाएं बिना वैध दस्तावेज के मेडिकल स्टोर्स से नहीं बेची जाती, बावजूद इसके इन युवकों के पास इतनी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं कैसे उपलब्ध हो जाती हैं, जरूरत है इस गिरोह में शामिल ऊपर के नेटवर्क को खंगालने की, तभी इस अवैध कारोबार पर अंकुश लग सकेगा।