टीआरपी डेस्क। देश में कोरोना की जारी दूसरी लहर के बीच सरकार की ओर से तीसरी लहर की भयावहता को लेकर बड़ी बात कही गई है। केंद्र सरकार के शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. के विजयराघवन ने कहा है कि देश में यदि जरूरी कदम उठाए गए तो कोराना वायरस की तीसरी लहर को मात दिया जा सकता है।

कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच सुप्रीम कोर्ट ने अब सरकार से तीसरी लहर को लेकर कई पुख्ता सवाल किए हैं। केंद्र सरकार के शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. के विजयराघवन (K Vijay Raghavan) ने कहा है कि देश में अगर तीसरी लहर के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए, तो COVID-19 महामारी को जल्द से जल्द हराया जा सकता है।
डॉ. के विजयराघवन ने कहा कि यदि देश में कोरोना के खिलाफ कठोर कदम उठाए गए तो संभावित तीसरी लहर को काबू करने में सफलता मिल सकती है। वैज्ञानिक सलाहकार का ये बयान उस वक़्त आया है, जब 3 दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि देश में तीसरी लहर आने से कोई नहीं रोक सकता।
वैज्ञानिक सलाहकार ने कहा, ”अगर कोरोना के खिलाफ कठोर कदम उठाए तो तीसरी लहर को चकमा दे सकते हैं। इसके लिए स्थानीय स्तर पर गाइडलाइंस को, राज्यों, जिलों और शहरों में प्रभावी तरीके से कोरोना के गाइडलाइन्स को लागू करना होगा।”
तीसरी लहर कब आएगी?
इससे पहले उन्होंने कहा था, कोरोना वायरस जितनी तेजी से फैल रहा है उसे देखते हुए तीसरी लहर की आशंका को टाला नहीं जा सकता। हालांकि यह नहीं कहा जा सकता है कि तीसरी लहर कब आएगी। तीसरी लहर को लेकर हमे सचेत रहना होगा। तीसरी लहर को लेकर वैक्सीन को अपग्रेड किए जाने पर निगरानी रखी जाए।
डॉ. के विजयराघवन ने कहा कि हमने राज्य सरकारों को जानकारी दे दी है और जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि यूके वेरिएंट का असर अब कम हो रहा और नए वेरिएंट का असर ज्यादा दिख रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि अगर सावधानी बरती गई तो जरूरी नहीं कि सभी जगह तीसरी लहर आए।