टीआरपी डेस्क। भगवान केदारनाथ धाम के कपाट सोमवार सुबह 5 बजे से खुल गए हैं। हालांकि, कोरोना के चलते पिछले साल की तरह इस बार भी श्रद्धालु भगवान के दर्शन नहीं कर सकेंगे। भक्तों सिर्फ ऑनलाइन ही दर्शन कर सकेंगे। इससे पहले केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली शनिवार शाम को ही पहुंच गई थी।

#WATCH | Opening ceremony of portals of Kedarnath temple, Uttarakhand pic.twitter.com/qW3XiCjDjV
— ANI (@ANI) May 17, 2021
बता दें कि यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई और गंगोत्री धाम के कपाट 15 मई को खुल चुके हैं। चारों धाम में बद्रीनाथ धाम के कपाट 18 मई को तड़के 4 बजकर 15 बजे खुलेंगे। मगर इन सभी धाम में भी कोरोना के कारण श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं है।
कोरोना के चलते चारधाम यात्रा है बंद
कोरोना महामारी के चलते चारधाम यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित की जा चुकी है। हालांकि, नित्यनियम से पूजा-अर्चना चलती रहेगी। सभी धामों में पूजा पाठ से जुड़े लोगों को अंदर जाने की अनुमति रहेगी। इनकी संख्या भी 25 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। साथ ही कोरोना गाइडलाइन का भी पालन किया जाएगा।
मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्क्रीनिंग को अनिवार्य किया गया है। देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह केदारनाथ धाम में व्यवस्थाओं पर पैनी नजर रखे हुए हैं।
उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री स्थित हैं। यहां इन्हें चारधाम कहा जाता है। चारधाम के कपाट हर साल शीतकालीन अवकाश के 6 महीने बाद अप्रैल-मई में खोले जाते हैं। पिछले साल भी कोरोना के चलते यहां भक्तों को एंट्री नहीं मिली थी।
चार धाम में पहली पूजा प्रधानमंत्री की ओर से की जा रही
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि जनकल्याण के लिए चारों धामों में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की जा रही हैं। यह पूजाएं देवस्थानम बोर्ड और मंदिर समितियां ही कर रही हैं।
रविवार को नृसिंह मंदिर से आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी, रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी के साथ योगाध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंच गई है। सोमवार शाम को उद्धव जी और कुबेर जी के साथ ही आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी बद्रीनाथ धाम पहुंच जाएगी।