टीआरपी डेस्क। प्रदेश सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। आंध्र प्रदेश सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर एहतियात के तौर पर 5 साल से कम उम्र के बच्चों वाली सभी माताओं को टीकाकरण में प्राथमिकता देने का फैसला किया है. कोरोना स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने ने कहा कि अगर एक बच्चा कोरोनावायरस से संक्रमित होता है, तो उसकी मां को भी अस्पताल में रहना पड़ेगा.

मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि इसलिए राज्य सरकार ने 5 साल से कम उम्र के बच्चों के साथ-साथ माताओं को टीका लगाने का फैसला किया है, जिनकी संख्या लगभग 20 लाख है. इन सभी को 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों के साथ टीका लगाया जाएगा.
It is decided to vaccinate all mothers having children below 5 yrs of age. All District Medical and Health officers requested to instruct the Medical officers to prepare a list of such mothers: Department of Public Health & Family Welfare, Government of Andhra Pradesh #COVID19 pic.twitter.com/c9EocIXk8X
— ANI (@ANI) June 8, 2021
तीसरी लहर को लेकर समिति का गठन
स्वास्थ्य प्रमुख सचिव अनिल कुमार सिंघल ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर पर निवारक कार्रवाई करने के लिए एक समिति का गठन किया है.
अस्पतालों में बनाए जाएंगे बाल रोग वार्ड
वहीं, मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि सभी अस्पतालों में बाल रोग वार्ड स्थापित किए जाएं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) और स्थानीय क्षेत्र के अस्पतालों में बच्चों के इलाज के उपाय किए जाएं और जरूरत के हिसाब से बाल रोग विशेषज्ञों की भर्ती की जाए.
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