राजधानी के एक और बैंक को साइबर ठगों ने बनाया निशाना, खुद को कारोबारी बताकर खातों में ट्रांसफर करा लिए 23 लाख रूपये
राजधानी के एक और बैंक को साइबर ठगों ने बनाया निशाना, खुद को कारोबारी बताकर खातों में ट्रांसफर करा लिए 23 लाख रूपये

रायपुर। कुछ माह पूर्व ही पुजारी पार्क के एक्सिस बैंक को 41 लाख रूपये का चूना लगाने के बाद ऐसा ही तरीका अपना कर साइबर ठगों ने सिविल लाइंस स्थित IDBI बैंक से लाखों रूपये की धोखाधड़ी कर ली। फर्जी कॉलर ने खुद काे स्टील कारोबारी बताकर बैंक में फोन किया और अस्पताल की इमरजेंसी बताकर बैंक के स्टाफ से तीन खातों में 23 लाख 31 हजार 955 रुपए ट्रांसफर करा लिए।

IDBI बैंक के मैनेजर राजेश प्रसाद ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की है। IDBI बैंक के सेवा संचालक प्रबंधक रवि शेखर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनकी सिविल लाइंस शाखा में मेसर्स बैद स्टील प्राइवेट लिमिटेड का अकाउंट है। इसे मंजू बैद, सोनल बैद, संयम बैद और श्रेयांश बैद संयुक्त रूप से संचालित करते हैं। 2 जुलाई को उन्हें 9871364226 नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को संयम बैद बताया। उसने कहा कि एक मेडिकल एमरजेंसी में रुपयों की जरूरत है। रुपए अस्पताल में देने हैं। उसने कहा कि RTGS के जरिए पैसे दे दें। कॉलर ने स्टाफ को भरोसे में लेने के लिए एक डिमांड लेटर भी बैंक को मेल किया। पत्र में किए गए संयम बैद के हस्ताक्षर को खाते में हस्ताक्षर के साथ मिलाकर उसके बताए तीन बैंक अकाउंट्स में रुपए ट्रांसफर कर दिए गए।

असली ग्राहक का फोन आया तब हुआ खुलासा

सम्बंधित खातों में रुपए ट्रांसफर किए जाने के बाद बैंक में मेसर्स बैद स्टील प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संयम बैद ने संयोग से उसी दिन कॉल किया। रुपए ट्रांसफर होने की जानकारी मिलने पर उन्होंने कहा कि मैंने कोई मेल नहीं भेजा। ना ही अस्पताल की इमरजेंसी जैसी कोई बात है। हड़बड़ाए संयम बैद बैंक की सिविल लाइंस ब्रांच पहुंच गए। यहां से उन्होंने ठग के नंबर पर कॉल किया। तब भी असली संयम बैद को ठग ने अपना परिचय संयम बैद के रूप में ही दिया। उसने कहा कि वो बैंक आकर मुलाकात करेगा, मगर कोई भी नहीं पहुंचा।

तत्काल सतर्कता आयी काम

इस मामले में ठगे जाने का अहसास होने पर ब्रांच आफिसर्स ने उन तीन बैंकों से संपर्क किया, जिनके यहां के खातों में ठग ने रुपए ट्रांसफर कराए थे। इन तीनों खातों को तत्काल सीज करवा दिया गया। इसके बाद HDFC बैंक का वह खाता सीज करवा दिया, जिसमें ठग ने तीनों खातों से रुपए ट्रांसफर किए थे। इसमें लगभग 19 लाख 9000 रुपए थे। ठग बाकी के लगभग 04 लाख रुपए निकाल चुका था। बैंक प्रबंधन ने बताया कि ठग के पास बैंक खाते के विवरण, ग्राहकों की पर्सनल डीटेल जैसे मेल आईडी और हस्ताक्षर की पूरी जानकारी थी, तभी वह वारदात करने में सफल हो सका।

पहले भी इसी तरीके से हो चुकी है ठगी

कुछ माह पूर्व ही पुजारी पार्क स्थित एक्सिस बैंक को इसी तरह फोन करके खुद स्टील कारोबारी बताकर ठगों ने 41 लाख रूपये अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए थे। ऐसे मामले में ठग अक्सर छुट्टी से एक दिन पहले यह कृत्य करते हैं, ताकि छुट्टी के दौरान वे रुपयों की हेराफेरी कर सकें और खुलासा होने तक वे नदारद हो सकें। IDBI बैंक में हुई ठगी में संयोग से खाते के असली ग्राहक का फोन आ गया और मामले का खुलासा हो गया। बहरहाल सतर्कता से बैंक को लगभग 04 लाख रुपयों का नुकसान हुआ है और पुलिस मामले को खंगालने में जुट गयी है।

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