रायपुर। जोनल स्टेशन में लोहे का घेरा काटकर बनाए गए अघोषित द्वार बंद किए जाएंगे। दरअसल असमाजिक तत्वों द्वारा बीच- बीच से लोहे को काट दिया गया। यात्री से लेकर कर्मचारी इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। सुरक्षा के लिहाज से यह सही नहीं है। इसके अलावा यहां जो यात्री बाहर निकल जाते हैं उनकी कोरोना जांच भी नहीं हो पाती। आरपीएफ की पत्र के बाद इंजीनियरिंग विभाग ने इन्हें जल्द बंद करने का आश्वासन दिया है।

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पिछले साल से बंद हैं दरवाजे
कोरोना संक्रमण के कारण जोनल स्टेशन में अभी केवल दो ही दरवाजे खोले गए हैं। एक प्रवेश करने के लिए और दूसरे से यात्री बाहर निकलते हैं। तीन अन्य दरवाजे पिछले साल से बंद है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि ट्रेन से उतरने वाले सभी यात्रियों की जांच हो सके। गेट क्रमांक चार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम 15 मार्च से जांच करने के लिए मौजूद है। पर ऐसे कई यात्री है, जो जांच कराने से परहेज करते हैं। यहीं यात्री इन अघोषित द्वार का उपयोग करते हैं। जीरो गेट के पास तो दो से तीन जगहों पर लोहे के घेरे के बीच- बीच से कटे हुए हैं।
आरपीएफ करा रही जांच
यात्री से लेकर रेलकर्मी और असमाजिक तत्व भी इसी रास्ते से स्टेशन में प्रवेश करते हैं। जानकारी मिलने के बाद आरपीएफ लगातार जांच तो करा रही है। पर स्थाई व्यवस्था करने के लिए उन्होंने इंजीनियरिंग विभाग को पत्र लिखकर इन रास्तों को बंद करने के लिए कहा है। इस पर विभाग का कहना है कि दो- तीन दिनों के भीतर इसे बंद कर दिया जाएगा। विभाग टूटे हिस्से को जोड़ने का काम शुरू करेगा।
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