India-vs-Belgium-Mens-Hockey-Semi-Finals
भारत ने शानदार शुरुआत की लेकिन अंत में टीम लड़खड़ा गई। भारत ने यह मैच 5-2 से गंवा दिया।

टोक्यो/नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में मंगलवार को भारत और बेल्जियम की पुरुष हॉकी टीम के बीच सेमीफाइनल मुकाबला खेला गया। भारत ने शानदार शुरुआत की लेकिन अंत में टीम लड़खड़ा गई। भारत ने यह मैच 5-2 से गंवा दिया। बेल्जियम ने अंतिम 11 मिनट के अंदर तीन गोल किए। भारत की तरफ से हरमनप्रीत सिंह (सातवें) और मनदीप सिंह (आठवें मिनट) ने गोल किए जबकि बेल्जियम के लिए अलेक्सांद्र हेंड्रिक्स (19वें, 49वें और 53वें मिनट) ने तीन, लोइक फैनी लयपर्ट (दूसरे मिनट) और जॉन जॉन डोहमेन (60वें मिनट) ने एक गोल किया।

मुकाबले के पहले क्वार्टर में तीन गोल दागे गए

सेमीफाइनल मुकाबले का पहला क्वार्टर काफी धमाकेदार रहा। इस क्वार्टर में 3 गोल हुए। भारत ने दो और बेल्जियम ने एक गोल दागा। बेल्जियम ने 1 मिनट 4 सेकंड में मिले पेनल्‍टी कॉर्नर को गोल में बदल दिया था। इसके बाद हरमनप्रीत ने पेनल्‍टी कॉर्नर पर गोल दागकर स्‍कोर 1-1 से बराबर किया। वहीं, भारत खेल शुरू होने के 8 मिनट में ही बढ़त हासिल करने में कामयाब रहा। मनदीप ने गोल कर भारत को पहले क्वार्टर में आगे रखा। दूसरे क्वार्टर में हेन्‍ड्रिक्‍स ने पांचवें पेनल्‍टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर दिया और बेल्जियम को बराबरी पर खड़ा कर दिया। तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमें कोई गोलृ नहीं कर पाईं।

Men's hockey team lost the semi-final match,
भारत ने शानदार शुरुआत की लेकिन अंत में टीम लड़खड़ा गई। भारत ने यह मैच 5-2 से गंवा दिया।

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इस तरह सेमीफाइनल में पहुंची भारतीय टीम

भारत मौजूदा ओलंपिक में पूल ए में ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर रहा जबकि बेल्जियम की टीम चार जीत और एक ड्रॉ के साथ पूल बी में शीर्ष पर रही थी। मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय टीम ने टोक्यो ओलंपिक में अपने अभियान का शानदार आगाज किया। भारत ने न्यूजीलैंड को 3-2 से मात दी। इसके बाद भारत को दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 1-7 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारतीय टीम फिर पटरी पर लौट आई और लगातार चार मैचों में जीत दर्ज की। भारत ने स्पेन को 3-0 से, अर्जेंटीना को 3-1 से, जापान को 5-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में एंट्री की। वहीं, क्वार्टर फाइनल में ब्रिटेन को 3-1 से धूल चटाकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

भारतीय टीम की कांस्य की उम्मीद बरकरार

हालांकि, सेमीफाइनल में हार के बावजूद भारत की अभी कांस्य पदक की उम्मीद बरकरार है। भारत कांस्य के लिए ऑस्ट्रेलिया या जर्मनी में से किसी एक टीम से भिड़ेगा। बता दें कि भारतीय टीम ने 1980 के बाद से ओलंपिक में कोई मेडल अपने नाम नहीं किया है। भारत ने अपने आठ स्वर्ण पदक में से आखिरी पदक 1980 मॉस्को खेलों में जीता था लेकिन उन खेलों के दौरान सेमीफाइनल मुकाबला नहीं हुआ था, क्योंकि सिर्फ छह टीमों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। भारतीय टीम 49 साल बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी। भारत ने पिछली बार 1972 म्यूनिख ओलंपिक के दौरान सेमीफाइनल में हिस्सा लिया था और तब उसे चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ 0-2 से हार झेलनी पड़ी थी।

हेंड्रिक्‍स के शानदार प्रदर्शन से जीता बेल्जियम

चौथे क्वार्टर में भी दोनों टीमों में कड़ी देखने को मिली। लेकिन आखिर में बेल्जियम के हाथ लगी। हेंड्रिक्‍स ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने के साथ ही अपनी टीम को बढ़त दिला दी। हेंड्रिक्‍स यहीं नहीं रुके। उन्होंने एक और गोल दागकर भारत पर दबाव बढ़ा दिया। यह उनका मुकाबले में तीसरा गोल था। बेल्जियम ने मैच खत्म होने से पहले भारतीय टीम के खिलाफ पांचवां गोल दागा। श्रीजेश गोल पोस्‍ट छोड़कर बाहर चले गए थे, जिसका बेल्जियम ने पूरा फायदा उठाया। भारत ने लगातार संघर्ष किया मगर टीम अंतिम क्वार्टर में कोई गोल नहीं कर सकी।

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