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उद्धव ठाकरे विवादित टिप्पणी मामला: रत्नागिरी कोर्ट ने नारायण राणे की अग्रिम जमानत याचिका को किया खारिज, पुलिस ने हिरासत में लिया

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने कहा कि नारायण राणे को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया जारी है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल में हाल ही में शामिल हुए राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में उद्धव ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं।

शिवसेना नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राणे के खिलाफ नाशिक, पुणे और महाड़ में तीन एफआईआर दर्ज कराई थीं इस बयान के बाद शिवसेना और बीजेपी के बीच भी तनाव बढ़ गया है वहीं राणे का कहना है कि बयान देकर उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है, इस बयान की जांच नासिक के कमिश्नर कर सकते हैं।नारायण राणे के खिलाफ शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था नासिक में बीजेपी के दफ्तर पर पत्थरबाजी की गई थी मुंबई, अमरावती, रत्नागिरी समेत कई शहरों में नारायण राणे के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं।

सीएम की आलोचना

इस मौके पर राणे ने केंद्र सरकार द्वारा किए गए विकास कार्य की जानकारी दी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हुए उनकी खामियां गिनाईं। इस मौके पर राणे ने वहां पर उपस्थिति लोगों से कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का सभी लोग पालन करें।

चूंकि देर हो चुकी है, इसलिए वे यहां पर मंच से भाषण नहीं दे सकते। वहां पर आने वालों का आभार प्रकट करते हुए राणे वहां से चलते बने। इससे पहले राणे मागाठाणे, दहिसर, बोरीवली सहित अन्य इलाकों में कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से मिले और चल दिए।

बीजेपी और राज्य पुलिस आमने-सामने

इससे पहले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने को लेकर अब बीजेपी और राज्य पुलिस आमने-सामने आ गई है। एक तरफ राणे के खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश जारी करने वाली नासिक पुलिस ने कहा है कि नियमों का पालन करते हुए ही आदेश जारी किया गया है तो वहीं प्रदेश बीजेपी ने कहा है कि संवैधानिक प्राधिकारियों को संरक्षण देने वाले स्थायी आदेशों के मुताबिक किसी भी केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है।