रायपुर। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना देशभर में लागू की है। इसके तहत अब कार्ड धारक देश में कहीं से भी राशन ले सकता है, इसके अंतर्गत देशभर से लगभग 5.25 लाख राशन दुकानें शामिल हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार इसे राजधानी में एक सितंबर से शहर के 174 राशन दुकानों में केवल ई-पास मशीन के जरिए राशन का वितरण करना शुरू करेगी। इस योजना के तहत राशन कार्ड हितग्राहियों को केवल थंब इंप्रेशन के जरिए ही राशन मिलेगा। इसके अलावा आंख की पुतली स्कैन करके भी राशन वितरण किया जाएगा है।

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कई दुकानों को किया गया निलंबित
कुछ राशन दुकानदार मनमानी तरीके से राशन वितरण कर रहे थे। जो हितग्राही समय पर राशन लेने नहीं पहुंचता था उसकी फर्जी एंट्री की जाती रही है। हितग्राहियों की सुविधाओं व हो रहे फर्जी एंट्री को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार के वन नेशन वन कार्ड की शुरुवात की है। पिछले कुछ महीने पहले फर्जी राशन वितरण के मामले में जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के दो खाद्य अधिकारियों को निलंबित भी किया जा चुका है। वहीं कई दुकानों को निलंबित भी किया जा चुका है। कुछ के मामले अभी भी लंबित हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की वन नेशन वन कार्ड योजना भ्रष्टाचार को लगाम लगाने राशन आसानी से जरूरतमंदों दिलाने में मदद करेगें।

इन दो जिलों में चल रहा पायलट प्रोजेक्ट
रायपुर के सहायक खाद्य अधिकारीयों का कहना हैं कि इस योजना के क्रियान्वयन की प्रक्रिया रायपुर और धमतरी जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हुई है। साथ ही केंद्र सरकार ने राशन दुकानों के लिए विशेष प्रकार की ई-पाश मशीन आवंटित कर दी है। इसी मशीन के जरिए राशन कार्डधारक मनचाही दुकान और मनचाहे शहर या फिर गांव से खाद्यान्न् खरीद सकेंगे।
प्रवासी मजदूर को मिलेगा लाभ
वर्तमान में प्राथमिकता राशनकार्डों में एक सदस्यीय परिवार के लिए 10 किलो, दो सदस्य वाले परिवार के लिए 20 किलो, तीन से पांच सदस्यीय परिवार के लिए 35 किलो और पांच से अधिक सदस्य वाले परिवार के लिए सात किलो प्रति सदस्य प्रति माह चावल एक रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है। लेकिन प्रवासी मजदूर इसका लाभ नहीं मिल रहा था लेकिन इस योजन से अब राशन कार्डधारक प्रवासी मजदूर भी रायपुर के मनचाही दुकान से खाद्यान्न् लेने की भी सुविधा का लाभ ले सकते है।
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योजना से सीधे जुड़ सकेंगे लाभार्थी
राज्य में लगभग 55 लाख 66 हजार 693 राशन कार्डधारक परिवार हैं साथ ही जिले में तीन लाख 28 हजार कार्डधारियों में अकेले एक लाख 15 हजार एपीएल कार्डधारी हैं। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना वन नेशन वन कार्ड से सीधे तौर पर जुड़ जाएंगे। वन नेशन वन कार्ड के तहत रायपुर में अभी नगर निगम रायपुर, नगर निगम बिरगांव, माना और अभनपुर में मशीनें लगाई गई हैं। इसके बाद दूसरे फेज में कूंरा, नयापारा, आरंग, खरोरा और तिल्दा मशीनें लगेगी। रायपुर जिले में 542 राशन दुकानें हैं। पहला लक्ष्य शहरी इलाकों का है। इसके बाद सभी नगरीय निकाय मेें एक सितंबर से मशीन लगाकर योजना को आगे बढ़ाया जाएगा।
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आधार नंबर लिंक होना जरूरी
थंब इम्प्रेशन से ही चावल, गेहूं, शक्कर आदि मिल पाएगा। इसके बाद एडवांस सिस्टम लागू होगा। जिसके बाद आंख की पुतली मैच खाने के बाद ही राशन दिया जाएगा। इस मशीन में आधार का आधार का पंजीयन स्वत: ही होगा। इससे आधार प्रमाणीकरण आसान हो जाएगा। जो राशन नहीं लेंगे, उनकी एंट्री नहीं हो पाएगी। वहीं वन नेशन वन कार्ड योजना के क्रियान्वयन से पहले राशन कार्डधारकों का आधार नंबर लिंक होना जरूरी है। इसके बिना इस योजना का लाभ कार्डधारकों को नहीं मिल पाएगा। खाद्य विभाग ने जिले के सभी कार्डधारकों का आधार नंबर राशन कार्ड में जारी नंबर से लिंक किया जा रहा है। आधार नंबर को लिंक करने के बाद इसका परीक्षण भी किया जा रहा है।
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