टीआरपी डेस्क। भारत में कोरोना की तीसरी लहर के आने की सभावना बढ़ने लगी है दो सप्ताह से पहले तीसरी लहर के बारे में बड़ा अंदेशा जताया गया है। भारतीय चिकित्सा एवं अनुसंधान परिषद (ICMR) की रिपोर्ट के अनुसार कहा गया है कि त्योहारी सीजन एवं छुट्टियों के दौरान देश में Covid-19 की तीसरी लहर अपने तय समय से दो सप्ताह से पहले से आ सकती है। साथ ही त्योहारी समय महामारी के प्रभाव को 47 प्रतिशत तक बढ़ने की सभवना जताई है। आईसीएमआर के शीर्ष वैज्ञानिकों के गणितीय मॉडल को आधार बनाकर किए गए अध्ययन में यह बात कही गई है।

दो संभावित स्थितियों की ओर इशारा
वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में कहा है कि हिमाचल प्रदेश, असम जैसे पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ने से यहां संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। इसके अलावा छोटे राज्य जहां का जनसंख्या घनत्व कम है, वहां पर महामारी फैलने की तीव्रता राष्ट्रीय स्तर की तुलना में कम रही है। आने वाले त्योहारी सीजन और छुट्टियों को देखते हुए इस अध्ययन में दो संभावित स्थितियों की ओर इशारा किया गया है।
जनसंख्या घनत्व का दिया हवाला
भारत के जनसंख्या घनत्व को ध्यान में रखते हुए कहा गया है कि यहां अमेरिका की तुलना में संक्रमण का प्रभाव ज्यादा है, दूसरा देश में छुट्टियों का समय महामारी की चरम स्थिति को 103 प्रतिशत तक ले जा सकता है। यह समय महामारी की चरम स्थिति को चार सप्ताह तक कायम रख सकता है।
इन राज्यों में दूसरी लहर का प्रभाव भी कम देखा गया। अध्ययन के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के मनाली, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग और पूर्वोत्तर के असम में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि पाई गई है।
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