कवर्धा। भाजपा विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल जब कवर्धा पहुंचा, तब प्रशासन ने सभी नेताओं को सर्किट हॉउस में ठहराया, और पीड़ित परिवारों से मिलने जाने से रोक दिया। इससे नाराज विधायक और स्थानीय भाजपा नेता मौके पर ही धरने पर बैठ गए।

कवर्धा में तनाव के चलते कर्फ्यू लागू है। यहां विवाद और तोड़फोड़ के दौरान हुए लाठीचार्ज में कई लोग घायल भी हो गए थे। घटना को लेकर उपजे हालात का जायजा लेने के लिए भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल आज कवर्धा के लिए रवाना हुआ। इसमें नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल, डॉ कृष्णमूर्ति बांधी और नारायण चंदेल शामिल थे। कवर्धा पहुँचने पर इन सभी को सर्किट हॉउस में ठहराते हुए इन्हे प्रशासन की ओर से एक पत्र दिया गया जिसमे उल्लेख है कि वर्तमान में कवर्धा में धरा 144 लागू है और कानून-व्यवस्था की स्थिति बनी हुई है। ऐसी स्थिति में शांति व्यवस्था एवं लोक सुरक्षा बनाये रखने के लिए प्रतिनिधिमंडल का पीड़ित परिवार से मिलने का आवेदन अस्वीकार किया जाता है।

पीड़ित परिवारों से मिलने जाने से रोके जाने से नाराज प्रतिनिधिमंडल ने परिसर में ही धरना दे दिया और नारेबाजी करने लगे। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मिडिया से चर्चा में कहा कि कवर्धा में नेट बंद है, किसी को कवर्धा के बारे में कुछ भी पता नहीं चल रहा है, वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में क्या हो रहा है, सभी को पता चल रहा है। ये सरकार की मनमानी है, और सरकार को इसके परिणाम भुगतने होंगे। वे सभी पीड़ित परिवारों का हाल जानने आये थे मगर रोके जाने के चलते वे धरने पर बैठ गए हैं।