इस दिवाली गोबर के दीये से जगमग होगा घर-आंगन, महिला समूह ने तैयार की गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियों समेत सजावटी समान
इस दिवाली गोबर के दीये से जगमग होगा घर-आंगन, महिला समूह ने तैयार की गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियों समेत सजावटी समान

रायपुर। दिवाली का पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस साल दिवाली 4 नवंबर 2021, गुरुवार को मनाई जाएगी। इस मौके पर त्योहारों के लिए देशभर में जमकर खरीदारी की जाती है। इसी के मद्देनजर प्रदेश में दीपावली पर्व के अवसर पर घर-आंगन को सजाने और रौशनी से जगमग करने की तैयारी महिला समूहों ने कर ली है। दीपावली को ध्यान में रखते हुए कांकेर जिले में महिला स्व-सहायता समूहों ने गोबर से दीया, ओम, स्वास्तिक, शुभ-लाभ, गणेश और लक्ष्मी जी की मूर्ति तथा अन्य सजावटी समान बनाये जा रहे हैं।

विकासखण्ड कोयलीबेड़ा के मॉडल गौठान डोंडे (हरनगढ़) में खरीदे गए गोबर से महिला समहों द्वारा 1 लाख से अधिक दीए और 500 गणेश और लक्ष्मी जी की मूर्तियां तैयार की है। उनके द्वारा 30 छोटे दीये, 20 बड़े दीए और एक-एक गणेश और लक्ष्मी जी की मूर्ति के साथ एक किट टोकरी तैयार की गई है। इस टोकरी की कीमत 390 रुपये रखी गई है। इसकी बिक्री से महिला समूहों का उत्साहवर्धन होने के साथ उनकी दीवाली भी समृद्ध हो सकेगी।

ये सभी जगह महिला समूह द्वारा बनाए गए दिवाली के समाग्री

इसी तरह नरहरपुर विकासखण्ड के ग्राम लिलवापहर के दंतेश्वरी समूह द्वारा 1587 दीया, ग्राम मुड़पार के शीतला समूह द्वारा 1642, बिहाव पारा के जय पार्वती समूह द्वारा 956 और ग्राम राजपुर के लक्ष्मी समूह द्वारा 1254 गोबर के दीयों का निर्माण किया गया है। अंतागढ़ विकासखण्ड के ग्राम पोड़गांव के युक्ति समहू द्वारा 800 तथा ग्राम कलगांव के उन्नति समूह द्वारा 500 गोबर के दीये बनाये गये हैं, वहीं ग्राम आमाबेड़ा के शीतला समूह द्वारा 80 किलोग्राम रंगोली और ग्राम फुफगांव के नारी शक्ति समूह द्वारा 600 नग मोमबत्ती तैयार की गई है, जिनके विक्रय से उनको अच्छी आमदनी की उम्मीद है। विकासखण्ड कांकेर के ग्राम गढ़पिछवाड़ी में गायत्री स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा भी दीपावली के लिए गोबर से दीया, ओम, शुभ-लाभ, आदि सजावटी समान बनाए गये हैं।

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