नई दिल्ली। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले रविवार को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के भाषण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बैठक में एक राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया। जिसे प्रस्ताव को पारित किया गया है। इस राजनीतिक प्रस्ताव में पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की योजनाओं की तारीफ के साथ-साथ पांच राज्यों में आगामी चुनाव को लेकर के पार्टी की रणनीति पर चर्चा हुई।

बता दें, कि अगले साल यानी 2022 में सात राज्यों- गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राजनीतिक प्रस्ताव पर छह नेताओं ने अपनी बात रखी, वहीं इस प्रस्ताव का तमिलनाडु के बीजेपी प्रमुख अन्नामलाई ने अनुमोदन किया। योगी आदित्यनाथ इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्हें बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बुलाया गया है। बाकी राज्यों के मुख्यमंत्री वेब लिंक के माध्यम से इस कार्यकारिणी में जुड़े हैं।
इस वजह से हुआ योगी का चयन
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजनीतिक प्रस्ताव योगी आदित्यनाथ ने रखा और इस संबंध में जब पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से पूछा गया तब निर्मला सीतारमण का कहना था कि योगी आदित्यनाथ पार्टी के वरिष्ठ नेता है। साथ ही साथ देश के सबसे बड़े राज्य में सरकार चला रहे हैं। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कोरोना काल में बेहतर काम किया जिससे प्रदेश की जनता को काफी फायदा और राहत महसूस हुई।
सीएम योगी के लिए कहीं यह बात
निर्मला सीतारमण का कहना है कि योगी आदित्यनाथ ने कोरोना काल और कोरोना काल के बाद रोजगार सृजन को लेकर के काफी बेहतर काम किया है। इन सभी कारणों से योगी आदित्यनाथ को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजनीतिक प्रस्ताव रखने के लिए बुलाया गया है।
जिनमें जी. किशन रेड्डी, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हैं। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल रहे।
किन मुद्दों पर हुई चर्चा
- कोरोना वैक्सीनशन प्रोग्राम को लेकर विश्व में भारत की भूमिका पर चर्चा हुई।
- क्लाइमेट चेंज को लेकर भारत के कमिटमेंट पर COP26 में पीएम द्वारा रखी गई बात को सराहा गया।
- कम समय में 100 करोड़ कोरोना वैक्सीन लगाने की उपलब्धि पर चर्चा।
- कोरोना काल मे हेल्थ फैसिलिटीज को लेकर केंद्र सरकार के कामों की चर्चा।
- 80 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन, कोरोना से मृत लोगों के बच्चों के एडॉप्शन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई।
- जॉब ढूंढने वालों की जगह जॉब पैदा करने के क्रम में भारतीय युवाओं की भूमिका और केंद्र की मदद पर चर्चा।
- जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद तेज हो रहे विकास के मुद्दे पर चर्चा।
- डिजिटल प्रोग्राम, स्वच्छ भारत, आयुष्मान भारत योजना जैसे कार्यक्रमों को जमीन पर
उतरने की बात हुई। - जनऔषधि योजना पर चर्चा।
- वोकल फॉर लोकल पर चर्चा।
- महिलाओं के नेतृत्व में विकास और उनको आगे बढ़ाने के कार्यक्रमों पर चर्चा।
- सोशल जस्टिस के कार्यक्रम की चर्चा।
- रक्षा क्षेत्र में बदलावों पर चर्चा।
- नेशनल पाम ऑयल मिशन पर चर्चा।
- MSP 5 गुना बढ़ाने पर चर्चा, कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में एफपीओ की भूमिका पर चर्चा।
- सेवा ही संगठन पर चर्चा, जिसमें 10 लाख वॉलंटियर्स ने पार्टिसिपेट किया।
- पीएम के सेवा क्षेत्र में 20 साल पर चर्चा।
- आने वाले विधानसभा चुनावों पर चर्चा।
- आने वाले चुनावों में जीत के लक्ष्य पर चर्चा।
- पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी की परफॉर्मेंस पर चर्चा।
- पश्चिम बंगाल में हाल में हुई हिंसा पर चर्चा- कानून के जरिये लोगों को न्याय दिलाने के लिए कटिबद्ध।
- विपक्षी दलों के अवसरवादी रवैये पर और ट्विटर के जरिये निगेटिविटी फैलाने की कोशिश की निंदा हुई। क्योंकि विपक्ष पीएम द्वारा देश की छवि को सुधारने की कोशिश में बट्टा लगाने का प्रयास कर रहा है।
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